नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने मध्यप्रदेश संबंधी बयान पर दी सफाई

Wednesday, Apr 25, 2018 - 07:27 PM (IST)

भोपाल: नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत ने मध्यप्रदेश के संबंध में मीडिया में आए अपने कथित बयान पर विवाद के बाद आज सफाई पेश करते हुए कहा कि उनके वक्तव्य का गलत अर्थ लगाया जा रहा है। कांत की ओर आज यहां जारी एक वक्तव्य में यह सफाई पेश की गई। वक्तव्य के अनुसार आकांक्षी जिला कार्यक्रम (एडीपी) पर भाषण में उन्होंने कहा था कि भारत और विशेषकर कुछ राज्यों ने व्यवसाय करने की सुगमता सूचकांक के संबंध में प्रभावशाली कार्य निष्पादन किया है।

से मानव विकास सूचकांक में भी दोहराने की जरूरत है। भारत के कई जिले इस लिहाज से अभी भी पिछड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश ने हाल के वर्षों में कई क्षेत्रों में प्रभावशाली आर्थिक वृद्धि हासिल की है, इसलिए यह वांछनीय है कि इसके साथ चहुंमखी विकास भी हासिल किया जाना चाहिए जैसा कि आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत परिकल्पना की गई है।
अमिताभ कांत ने कहा कि मध्यप्रदेश समग्र आर्थिक विकास और प्रति व्यक्ति राज्य घरेलू उत्पादों की लिहाज से विशेष रूप से अच्छा काम कर रहा है। इसकी औसत वृद्धि भारत की वृद्धि दर से लगातार अधिक रही है। कृषि विकास, सिंचाई, प्रधानमंत्री आवास योजना और देश की अर्थव्यवस्था में योगदान में इसने अच्छा काम किया है। कांत ने आगे कहा कि आकांक्षी जिला कार्यक्रम का उद्देश्य जिलों में परिवर्तन लाना है।

इसका परिप्रेक्ष्य भी उतना ही महत्वपूर्ण है, जितना इसकी सफलता। अगर किसी राज्य के कुछ हिस्से विकास के पैमाने पर खरे नहीं उतरते तो देश विकसित नहीं हो सकता। नयी दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में हाल में उन्होंने ने एक कार्यक्रम में शिरकत करते हुए कथित रूप से कहा था कि बिहार, उत्तरप्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और राजस्थान जैसे राज्यों के कारण भारत विशेष रूप से सामाजिक संकेतकों पर पिछड़ा है।
 

ASHISH KUMAR

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