अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों के नेतृत्व में NIT जालंधर में GIAN कोर्स की शुरुआत
punjabkesari.in Tuesday, Sep 16, 2025 - 06:13 PM (IST)

नेशनल डेस्क : डॉ. बी. आर. अंबेडकर नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (एनआईटी जालंधर) में 16 से 20 सितंबर 2025 तक “द्र डिज़ाइनिंग ऑफ़ फ़िल्ट्रेशन मीडिया एंड सिस्टम फॉर लिक्विड फ़िल्ट्रेशन” पर पांच दिवसीय GIAN कोर्स आयोजित किया जा रहा है। यह कोर्स टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी विभाग द्वारा, भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के ग्लोबल इनिशिएटिव ऑफ़ एकेडमिक नेटवर्क्स(GIAN) के तहत आयोजित किया गया है, जिसका उद्देश्य लिक्विड फ़िल्ट्रेशन और उससे जुड़े तरीकों पर व्यापक ज्ञान प्रदान करना है।
कोर्स के व्याख्यान क्युंग-जु चोई, यूएसए , जो फ़िल्ट्रेशन तकनीकों में अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ हैं और उन्नत फ़िल्टर मीडिया डिज़ाइन में महत्वपूर्ण योगदान दे चुके हैं। कोर्स का समन्वय प्रो. ए. मुखोपाध्याय और प्रो. ए. के. चौधरी कर रहे हैं, जो सभी सत्रों के सुचारू संचालन को सुनिश्चित कर रहे हैं। कार्यक्रम का उद्घाटन निदेशक प्रो. बिनोद कुमार कनौजिया द्वारा किया गया। इस अवसर पर डॉ. अजय बंसल (रजिस्टार), श्री सुबोध कुमार (वेरका मिल्क प्लांट), डॉ. मोनिका सिक्का(एच.ओ.डी.), डॉ. रोहित मेहरा (डीन, रिसर्च एवं कंसल्टेंसी) सहित अन्य डीन, फैकल्टी और छात्र उपस्थित थे।
प्रो. कनौजिया ने इस विषय पर समस्या-उन्मुख नवाचार के महत्व पर जोर दिया और कहा कि इस कोर्स में प्रतिभागियों को विषय से जुड़ी चुनौतियों की पहचान करना और उनका रचनात्मक समाधान सीखने को मिलेगा। उन्होंने यह भी बताया कि भारत सरकार का GIAN कोर्स की पहल करना एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे प्रतिभागियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों से ज्ञान प्राप्त करने का अवसर मिलता है। प्रो.अजय बंसल ने भी बताया कि बहुत से लोग नए विचार तो रखते हैं, लेकिन उन्हें लागू करना चुनौतीपूर्ण होता है।
GIAN कोर्स प्रतिभागियों को विशेषज्ञों से मिलने और व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त करने का महत्वपूर्ण प्लेटफ़ॉर्म प्रदान करता है। उन्होंने यह भी बताया कि प्रभावी लिक्विड फ़िल्ट्रेशन उद्योगों में दक्षता बढ़ाने और प्रक्रियाओं के प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके उपयोग को समझकर प्रतिभागी सीख सकते हैं कि विभिन्न उद्योगों में इसे कैसे लागू किया जाए।
इसके साथ श्री सुबोध कुमार ने डेयरी उद्योग में उन्नत फ़िल्ट्रेशन के बारे में अपने विचार साझा किए और इसके उत्पाद की गुणवत्ता बनाए रखने और संचालन दक्षता सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। डॉ. रोहित मेहरा ने भी क्युंग-जु चोई का स्वागत करते हुए उल्लेख किया कि इस प्रकार का सत्र पहली बार ऑफ़लाइन मोड में आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पीएच.डी. प्रोग्राम के छात्र और विभिन्न संस्थाओं के प्रतिभागी, जो इस सत्र में भाग ले रहे हैं, महत्वपूर्ण ज्ञान और व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करेंगे।
डॉ. मोनिका सिक्का ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कोर्स के उद्देश्य, इसके ज्ञान बढ़ाने में महत्व और इससे प्राप्त होने वाली उपलब्धियों के बारे में बताया। इस कार्यक्रम में पीपीसीबी पटियाला, वेरका जालंधर, मुंबई, राजस्थान, कोलकाता, पुरी ऑयल्स मिल, अमृतसर और जीएनडीयू. अमृतसर सहित विभिन्न संस्थानों और उद्योगों से प्रतिभागी शामिल हुए, कोर्स में व्याख्यान, ट्यूटोरियल, लैब डेमोंस्ट्रेशन और वेरका मिल्क प्लांट का औद्योगिक दौरा शामिल है, जिससे प्रतिभागियों पीएच.डी. स्कॉलर्स, पोस्टग्रेजुएट और अंडरग्रेजुएट छात्र तथा उद्योग विशेषज्ञ को सैद्धांतिक और व्यावहारिक दोनों तरह का अनुभव प्राप्त होगा । कोर्स के समन्वयकों ने बताया कि यह कार्यक्रम एनआईटी जालंधर की शैक्षणिक उत्कृष्टता, अंतरराष्ट्रीय सहयोग और तकनीकी वस्त्र और फ़िल्ट्रेशन तकनीकों में उद्योग-उन्मुख अनुसंधान की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।