एनआईटी में ग्लोबल इनिशिएटिव ऑफ़ अकादेमिक नेटवर्क्स (GIAN) कोर्स का आयोजन
punjabkesari.in Monday, Aug 18, 2025 - 07:43 PM (IST)

नेशनल डेस्क : डॉ. बी. आर. अंबेडकर नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनआईटी) जालंधर के सिविल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा “डायनामिकली लोडेड पाइल्स – फ्रॉम फेल्यर मेकैनिज्म्स टू डिजाइन” विषय पर पाँच दिवसीय ग्लोबल इनिशिएटिव ऑफ अकादमिक नेटवर्क्स (GIAN) कोर्स का आयोजन 18 से 22 अगस्त 2025 तक ऑफलाइन मोड में किया जा रहा है। इस कोर्स का शुभारंभ यूनिवर्सिटी ऑफ कैम्ब्रिज (यूके) के सिविल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर प्रो. एस. पी. गोपाल मधभूषि की उपस्थिति में हुआ, जो इस कार्यक्रम के विदेशी विशेषज्ञ के रूप में आमंत्रित किए गए हैं।
उद्घाटन समारोह में एनआईटी जालंधर के निदेशक प्रो. बिनोद कुमार कन्नौजिया मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उनके साथ संस्थान के विभिन्न विभागों के डीन — प्लानिंग एंड डेवलपमेंट, स्टूडेंट वेलफेयर, रिसर्च एंड कंसल्टेंसी, फैकल्टी वेलफेयर और इंटरनेशनल अफेयर्स के डीन, संस्थान के रजिस्ट्रार प्रो. अजय बंसल, सिविल इंजीनियरिंग विभागाध्यक्ष एवं कोर्स कोऑर्डिनेटर प्रो. ए. के. अग्निहोत्री तथा कोर्स कोऑर्डिनेटर डॉ. के. सेंथिल भी मौजूद थे।
इस कार्यक्रम में देशभर के प्रतिष्ठित कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के शिक्षकों, शोधकर्ताओं और उद्योग विशेषज्ञों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, जिससे यह कोर्स एक समृद्ध शैक्षणिक अनुभव बन गया। सिविल इंजीनियरिंग विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. ए. के. अग्निहोत्री ने एनआईटी जालंधर की संक्षिप्त जानकारी दी और संस्थान की गौरवशाली विरासत, शैक्षणिक उत्कृष्टता तथा देश के प्रमुख तकनीकी संस्थानों में निरंतर प्रगति पर प्रकाश डाला।
संस्थान के निदेशक प्रो. बिनोद कुमार कन्नौजिया ने अपने संबोधन में संस्थान के भविष्य के विकास की दिशा साझा करते हुए कहा कि शिक्षण और अधिगम के तरीकों को सुधारने के लिए अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों से सीखना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने बताया कि प्रो. गोपाल मधभूषि जैसे विशिष्ट विदेशी शिक्षकों से मिलने वाला अनुभव नई शोध विधियों और आधुनिक शैक्षणिक तकनीकों को अपनाने में मदद करेगा, जो संस्थान के शैक्षणिक वातावरण को और बेहतर बनाएगा।
इस कोर्स में छात्रों, शिक्षकों और पेशेवरों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। पांच से अधिक प्रतिभागी प्रतिष्ठित उद्योगों जैसे कि ओएनजीसी देहरादून, मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेज, और एसपीएस सिविल इंफ्रा डिजाइन प्रा. लि. से जुड़े थे। इसके अतिरिक्त लगभग 45 प्रतिभागी देशभर के प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों जैसे कि आईआईटी बॉम्बे, आईआईटी रुड़की, एस. वी. एनआईटी सूरत, सीबीआरआई रुड़की, जेएनटीयू हैदराबाद, जीएनडीईसी लुधियाना, अमृतवाहिनी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (महाराष्ट्र), पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज चंडीगढ़, के. के. वाघ इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एजुकेशन एंड रिसर्च (महाराष्ट्र), खालसा कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी अमृतसर, डीएवी यूनिवर्सिटी जालंधर, एमसीपी कॉलेज जालंधर और स्वयं एनआईटी जालंधर से उपस्थित थे। प्रतिभागियों की यह विविधता कोर्स की शैक्षणिक उपयोगिता और व्यावहारिक महत्व को दर्शाती है।
कोर्स कोऑर्डिनेटरों ने जीआईएएन कार्यक्रम, आईआईटी हैदराबाद एवं उनकी टीम के साथ-साथ स्थानीय समन्वयकों का धन्यवाद किया, जिनके निरंतर सहयोग और मार्गदर्शन से यह पाँच दिवसीय कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित हो पाया।