निर्भया की मां को दोषियों के वकील की चुनौती, ‘नहीं होने दूंगा फांसी’

Friday, Jan 31, 2020 - 07:02 PM (IST)

नेशनल डेस्कः निर्भया के दोषियों की फांसी टलने के बाद दोषियों के वकील एपी सिंह  निर्भया की मां को चुनौती देते हुए कहा कि मैं दोषियों को फांसी नहीं होने दूंगा। मैं अपनी लड़ाई जारी रखूंगा। हालांकि निर्भया की मां ने कहा कि अब सरकार को आगे आना होगा और दोषियों को फांसी देनी होगी।

इससे पहले निर्भया की मां आशा देवी  ने कहा कि जो दोषी चाहते थे, वो हो गया। निर्भया की मां ने कहा कि हमारी उम्मीदें टूट चुकी हैं, लेकिन मैं दोषियों को फांसी पर लटकाए जाने तक लड़ाई जारी रखूंगी।   उन्होंने कहा, “कहीं न कहीं सरकार और कोर्ट सब उनके साथ हैं।अब निर्भया के दोषियों के पास क्या-क्या विकल्प बचे हैं।

मुकेश सिंह के पास कोई रास्ता नहीं 
दोषी मुकेश सिंह के सभी विकल्प खत्म हो चुके हैं। उसने दया याचिका खारिज होने के खिलाफ भी सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दायर की थी लेकिन उसे सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया था।

अक्षय के पास दो लाइफलाइन 
दोषी अक्षय के पास फिलहाल दो लाइफलाइन बची हैं। उसकी क्यूरेटिव पिटिशन को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया। सुप्रीम कोर्ट की 5 जजों की बेंच ने गुरुवार को अक्षय की ओर से दाखिल क्यूरेटिव पिटिशन को चैंबर में देखा। बेंच ने एकमत से कहा कि क्यूरेटिव के लिए केस नहीं बनता। अब उसके पास राष्ट्रपति के पास जाने का विकल्प और सुप्रीम कोर्ट (खारिज याचिका के खिलाफ) जाने का विकल्प बचा है।

पवन के पास तीन मौके 
पवन के पास फिलहाल तीन मौके बचे है। फिलहाल उसने क्यूरेटिव पिटिशन दाखिल नहीं की है। दया याचिका और उसके खारिज होने पर वह भी सुप्रीम कोर्ट जा सकता है। इस बीच, पवन की पुनर्विचार याचिका आज सुप्रीम कोर्ट में खारिज हो गई। दरअसल, पवन ने वारदात के समय खुद के नाबालिग होने का दावा करते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी।

विनय के पास दो लाइफलाइन 
फिलहाल विनय शर्मा की दया याचिका पेंडिंग है। उसकी क्यूरेटिव पिटिशन पहले ही खारिज हो चुकी है।

गौरतलब है कि दिल्ली की एक अदालत ने शुक्रवार को निर्भया सामूहिक बलात्कार एवं हत्याकांड के चार मुजरिमों की मृत्यु के वारंट की तामील अगले आदेश तक स्थगित कर दी। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश धमेंद्र राणा ने चारों दोषियों की अर्जी पर यह आदेश जारी किया। ये चारों एक फरवरी को फांसी पर अमल पर स्थगन की मांग कर रहे थे। 

Yaspal

Advertising