निर्भया मामला: फांसी टालने के लिए पहले सिर दीवार पर मारा, फिर बोला-मेरा मेंटिली चैकअप कराओ

Thursday, Feb 20, 2020 - 04:49 PM (IST)

नई दिल्ली: निर्भया मामले में डेथ वारंट जारी होने के बाद तिहाड़ जेल में बंद चारों दोषी (अक्षय सिंह ठाकुर, मुकेश सिंह, पवन कुमार गुप्ता और विनय कुमार शर्मा) डरे हुए हैं। फांसी से बचने के लिए अब चारों नए-नए तरीके भी अपना रहे हैं। हाल ही में दोषी विनय ने तिहाड़ जेल में अपनी सेल में दीवार पर सिर पटक कर खुद को घायल कर लिया। घटना जेल संख्या तीन में रविवार की दोपहर को हुई, हालांकि उसे मामूली चोट आई है और जेल परिसर में ही उसका उपचार किया गया। वहीं अब उसने कोर्ट का रुख किया। उसने दिल्ली की अदालत से मानसिक बीमारी, शिजोफ्रेनिया, सिर में लगी चोट के बेहतर उपचार का आग्रह किया। वकील ने अदालत को बताया कि दोषी विनय शर्मा अपनी मां सहित अन्य लोगों को भी नहीं पहचान पा रहा है। वहीं कोर्ट ने जेल प्रशासन ने विनय को उचित इलाज मुहैया कराने के आदेश दिए हैं।

पहले भी खुद को चोट पहुंचाने की कोशिश की
वहीं जेल अधिकारी ने बताया कि दोषी खुद को ज्यादा चोट पहुंचाता उससे पहले सुरक्षाकर्मी ने उसे काबू कर लिया। वहीं इस घटना के बाद तिहाड़ प्रशासन अन्य सेल में बंद निर्भया के दोषियों को लेकर विशेष सतर्कता बरत रहा है। सूत्रों ने कहा कि विनय ने जेल के ग्रिल में अपना हाथ फंसाकर फ्रैक्चर करने की भी कोशिश की थी।

वकील बोला- मानसिक हालत ठीक नहीं
विनय के वकील ए पी सिंह ने कहा कि 16 फरवरी को विनय ने खुद को चोट पहुंचाई थी और विनय की मां ने उन्हें अगले दिन इसकी जानकारी दी थी। सोमवार को विनय ने अपनी मां को पहचानने से भी इनकार कर दिया था। वकील ने कहा कि विनय की मानसिक अवस्था ठीक नहीं है और नया डेथ वॉरंट जारी होने के बाद से उसकी दिमागी हालत बिगड़ गई है। वहीं जेल अधिकारियों का कहना है कि विनय के साथ बातचीत में उसकी मानसिक अवस्था ठीक नहीं होने का कोई संकेत नहीं मिला। एक अधिकारी ने कहा कि 3 मार्च का नया डेथ वॉरंट जारी होने के बाद से जेल वाडर्न और गार्ड के साथ चारों दोषियों का रवैया बेहद आक्रामक हो गया है। उनका व्यवहार बिल्कुल बदल गया है। हालांकि, उनका खान-पान पहले की तरह ही है। विनय और मुकेश सिंह ने खाने से जरूर इनकार कर दिया था, लेकिन बहुत मनाने के बाद मान गया। जेल अधिकारियों ने बताया कि चारों की हर हरकत पर नजर रखी जा रही है। इस घटना के बाद अब अन्य दोषी भी खुद को नुकसान पहुंचाने की कोशिश न करें, इसके लिए सीसीटीवी कैमरे से एक कर्मचारी हमेशा नजर बनाए हुए है।

तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने बताया कि डेथ वारंट के बाद सबसे ज्यादा विनय सहमा हुआ है। डेथ वारंट जारी होने के बाद उसने फांसी को लेकर जेल अफसरों से काफी बार सवाल भी किए। बता दें कि अब चारों दोषियों को 3 मार्च सुबह 6 बजे फांसी देने का डेथ वारंट जारी किया गया है।

Seema Sharma

Advertising