'निपाह' वायरस: 48 घंटे में कोमा में जा सकता है मरीज, सरकार ने किया सतर्क

Tuesday, May 22, 2018 - 02:25 PM (IST)

चेन्नई: केरल में ‘निपाह’ विषाणु से तीन लोगों की मौत के बीच तमिलनाडु सरकार ने आज सीमावर्ती जिलों सहित अन्य जगहों पर बुखार के पीड़ितों की निगरानी बढ़ा दी और स्थिति पर करीबी नजर रखी जा रही है। प्रदेश के स्वास्थ्य सचिव जे राधाकृष्णन ने कहा कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि केरल से सटे जिलों (कोयम्बटूर , नीलगिरि और कन्याकुमारी) के अधिकारियों से ज्यादा सतर्क रहने और बुखार के पीड़ितों पर नजर रखने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा , ‘‘हम बुखार के पीड़ितों पर निरंतर नजर बनाए हुए हैं। हम देख रहे हैं कि क्या राज्य में कहीं बुखार की शिकायतों में असामान्य रूप से बढ़ौतरी हुई है लेकिन फिलहाल ऐसी कोई चीज नहीं है।’’

वहीं निपाह से होने वाली मौतों के मामले का जायजा लेने के लिए नेशनल सेंटर फार डिजीज कंट्रोल(एनसीडीसी) के निदेशक सुरजीत के सिंह की अगुवाई में एक उच्च स्तरीय केन्द्रीय टीम ने कोझिकोड मेडिकल कालेज का सोमवार को दौरा किया।  आधिकारिक जानकारी के अनुसार केन्द्रीय टीम इस क्षेत्र में विषाणु के प्रसार के बारे में जानकारी हासिल करने और सरकार को इस स्थिति से निपटने में मदद करने के लिए आई है। इससे पहले राज्य की स्वास्थ्य मंत्री के.के. शैलेजा ने टीम से मुलाकात कर सरकार की और से उठाए गए कदमों की जानकारी दी।

राज्य सरकार के प्रयासों का अध्ययन करने के बाद टीम प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेगी। इस बीच इस क्षेत्र में निपाह विषाणु के संक्रमण से ग्रस्त होने की एक और व्यक्ति में पुष्टि हो गई है। अब तक इस विषाणु की चपेट में आकर पेराम्बका तालुक अस्पताल की स्टाफ नर्स समेत चार लोगों की मौत हो गई है लेकिन अपुष्ट समाचारों में मौत का आंकड़ा 12 बताया जा रहा है।

Seema Sharma

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