निपाह के डर से डॉक्टरों, नर्सों ने मांगी छुट्टी, अब तक 16 लोगों की मौत

Friday, Jun 01, 2018 - 03:42 PM (IST)

कोझिकोड: निपाह वायरस से दो लोगों की मौत के बाद बलुसेरी स्थित एक अस्पताल में चार डॉक्टरों और नर्सों सहित कई कर्मचारियों ने एहतियाती तौर पर छुट्टी मांगी है।  ‘ कोझिकोड मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल ’ में भर्ती कराए जाने से पहले दोनों मृतकों का इस तालुक अस्पताल में ही इलाज चल रहा था। केरल के उत्तरी जिलों में इस वायरस से अभी तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है। अधिकारी ने बताया कि अस्पताल के संचालन के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गई है।

 रेसीन (25) का निधन कल निपाह वायरस के कारण हुआ। उसका इलाज पहले बलुसेरी अस्पताल में चल रहा था । उस समय निपाह वायरस की चपेट में आए निखिल नामक शख्स का इलाज वहां जारी था। अधिकारी ने बताया कि स्थानीय रोजगार विनिमय सहित कई संस्थान कुछ समय के लिए कार्यालय बंद करने की अनुमति भी मांग रहे हैं।  अधिकारी ने बताया कि इसका उद्देश्य लोगों को इक_ा होने से रोकना है।  सूत्र ने बताया कि कोझिकोड जिला कलेक्टर यू वी जोस निपाह वायरस के मद्देनजर जिले की मौजूदा स्थिति की एक रिपोर्ट केरल उच्च न्यायालय में दायर करेंगे। 

सूत्र ने बताया कि रिपोर्ट पूरी हो गई है। निपाह के कारण कोझिकोड जिला अदालत परिसर के एक अधीक्षक की मौत के कारण बार संघ ने कलेक्टर से कुछ समय के लिए जिला अदालत को बंद करने की अपील की है। कोझिकोड और मलप्पुरम जिलों में निपाह वायरस के कारण एहतियाती तौर पर र्गिमयों की छुट्टियों के बाद आज स्कूल नहीं खुले और वे पांच जून से नया अकादमिक सत्र शुरू करेंगे।  इस बीच , ‘ निपाह अलर्ट ’ के तहत राज्य स्वास्थ्य अधिकारियों ने 14 मई को कोझिकोड मेडिकल कॉलेज , आपात सेवा , सीटी स्कैन रूम और प्रतीक्षा कक्ष आने वाले लोगों से तत्काल निपाह प्रकोष्ठ से संपर्क करने को कहा है। 


 स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि 18 मई को बलुसेरी तालुक अस्पताल आने वाले लोगों से भी निपाह प्रकोष्ठ के संपर्क में रहने को कहा गया है। इसके अलावा , अधिकारियों ने निपाह वायरस की चपेट में आने से मारे गए दो लोगों के संपर्क में आए लोगों से भी प्रकोष्ठ के संपर्क में रहने को कहा है। अधिकारी ने कहा , ‘‘ फोन करने वालों की जानकारी गुप्त रखी जाएगी। ’’  निपाह वायरस की जांच के लिए अभी तक 196 नमूनों का परीक्षण किया जा चुका है जिनमें से 18 लोग इससे संक्रमित पाए गए। 16 लोगों की इससे मौत हो चुकी है।       
     

Anil dev

Advertising