ऋतिक के गले लगाते ही कैंसर का दर्द भूल गई निकिता

Thursday, Nov 05, 2015 - 01:06 PM (IST)

जबलपुर: एंबुलेंस में लेटी निकिता को जब ऋतिक ने गले लगाया तो वह अपने सारे दुख-दर्द भूल गई। उसने बताया कि मेरी 17 साल की जिंदगी का सबसे प्यार लम्हा है। इससे बड़ा कोई गिफ्ट नहीं हो सकता। उसे दर्द निवारक दवाओं की भी जरूरत महसूस नहीं हो रही। 

निकिता के बारे में मंगलवार की रात ऋतिक को जानकारी मिली। मोहनजोदड़ो के डायरेक्टर आशुतोष गोवरिकर ने उन्हें बताया कि शहडोल की कैंसर पीड़ित लड़की निकिता की उनसे मिलने की ख्वाहिश है। ऋतिक को पता चला तो उन्होंने उससे मिलने के लिए हां कर दी।  निकिता को एंबुलेंस से होटल लाया गया। उस वक्त ऋतिक जिम में थे। जैसे ही पता चला कि निकिता आ गई है, उसे मिलने के लिए खुद एंबुलेंस तक पहुुंच गए।निकिता के साथ उन्होंने फोटो खिंचवाए।

तीन दिन पहले निकिता को अखबारों के माध्यम से ऋतिक रोशन के शहर में होने की जानकारी मिली तो निकिता से रहा नहीं गया। ज्ञानेश्वरी दीदी से निकिता ने अपने हीरो से मिलने की बात कही। बता दें कि ज्ञानेश्वरी दीदी कैंसर पीड़ितों के आखिरी दिनों में उनकी सेवा करने के लिए शहर में विराट हॉस्पिस यानी आखिरी दिनों की शांति सेवा संस्था चला रही हैं।

उन्होंने निकिता की भी आखिरी इच्छा पूरी की।  वहीं, ज्ञानेश्वरी दीदी ने बताया कि जिनका आखिरी सपना सच हो जाए उससे ज्यादा खुशी किसी और बात से नहीं मिलती। निकिता ने मुझसे जो कहा उसे पूरा करने के प्रयास किए गए और उसका सपना सच हुआ। 

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