भिखारियों का भगवान साबित हुआ ये शख्स, सहायता के लिए चलाई विशेष योजना

Saturday, Jun 11, 2016 - 11:23 AM (IST)

कोलकाता: कहते हैं जिनका कोई नहीं होता उनका भगवान होता है, यह बात सच साबित हुई। इस कहानी को पढ़कर आप भी बोलेंगे कि ये आदमी भिखारियों के लिए किसी भगवान से कम नहीं है। जी हां, हम बात कर रहे हैं पश्चिम बंगाल के नदिया जिले के रहने वाले निखिल शाह की, जो जिले के छपरा श्रीनगर इलाके में रहनेवाले निखिल शाह की सीमेंट की डीलरशिप है और वह एक दुकान चलाते हैं। 
 
दरअसल, निखिल शाह ने भिखारियों की मदद के लिए एक नायाब तरीका ढूंढा है। उन्होंने भिखारियों को पैसे देने के लिए मासिक आय योजना खाता खुलवाया है। उनके पास कुछ भिखारी रोजाना भीख मांगने आते थे। वह उसे रोज कुछ पैसे दे देते थे। लेकिन 2011 में एक दिन उनकी पत्नी ने उन्हें एक नायाब आइडिया सुझाया। पत्नी ने उन्हें सलाह दी कि हर दिन कुछ पैसे देने से अच्छा है कि आप उन्हें एक साथ हफ्तेभर का पैसा दे दें। निखिल को पत्नी की सलाह बहुत अच्छी लगी और उन्होंने हफ्ते की बजाय हर महीने के अंत में प्रत्येक भिखारी को 10 रुपए देना शुरू कर दिया। इस तरह करीब 200 भिखारी उनकी लिस्ट में शामिल हो गए जिन्हें हर माह वह 10 रूपए देते।
 
यह सिलसिला चलने के दौरान ही एक दिन निखिल ने सोचा कि उनकी मौत के बाद इनका क्या होगा। इसी सोच के साथ उन्होंने 80 अन्य लोगों के साथ मिलकर चार लाख रूपए इक_ा किए और एक एमआइएस खाता खुलवाया। पहचान के लिए उन्होंने सभी 200 भिखारियों के पहचान पत्र भी बनवाए हैं। निखिल भिखारियों के लिए अब इसी खाते में हर माह मदद के रुपए जमा करवा रहे हैं। उन्होंने बताया कि वह अब अपने विश्वासपात्र लोगों की एक समिति भी गठित करना चाहते हैं ताकि इन 200 भिखारियों को इस जमा धनराशि में से पैसा दे सकें और उसका प्रबंधन कर सकें।
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