ऑफ द रिकॉर्डः देश में आयकर छापेमारी के लिखे जा रहे हैं ‘नए नियम’

Sunday, Mar 14, 2021 - 06:58 AM (IST)

नई दिल्लीः आयकर विभाग के छापे दशकों से आम बात है परंतु फिल्मकार अनुराग कश्यप, अभिनेत्री तापसी पन्नू व अन्य लोगों पर पिछले सप्ताह मारे गए छापों ने नए नियम स्थापित किए हैं। त्वरित कार्रवाई में आयकर विभाग के 168 अधिकारियों व कर्मचारियों ने दिल्ली, हैदराबाद, मुम्बई व पुणे समेत देशभर में 28 स्थानों पर 3 दिन तक छापेमारी कर तलाशी ली। 

जाहिर है इतने बड़े पैमाने पर की गई कार्रवाई में नोटों की गड्डियों, ज्वैलरी, दबाकर रखी गई संपत्ति और कर चोरी का पता लगना ही चाहिए था। आयकर विभाग द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा गया कि अभिनेत्री तापसी पन्नू को मिले 5 करोड़ रुपए की रसीद, 20 करोड़ रुपए की कर चोरी तथा शेयर लेन-देन में गोलमाल किया गया जिससे 350 करोड़ रुपए का हेरफेर सामने आया है। विभाग ने पैरिस के उस बंगले का कोई जिक्र नहीं किया, जिसके बारे में छापेमारी के दौरान पता चला था। उसके बारे में पन्नू ने ट्वीट करके जानकारी दी थी।

विज्ञप्ति में इन लोगों की कंपनियों में शेयर सौदेबाजी में ओवर-इनवॉयसिंग और अंडर-इनवॉयसिंग से लगभग 650 करोड़ रुपए के घोटालों का भी जिक्र नहीं हुआ है। जब विवाद बढ़ा तो वित्तमंत्री सीतारमण ने स्पष्टीकरण दिया कि इन लोगों पर 2013 में यू.पी.ए. सरकार में भी छापे मारे गए थे। उन्होंने कहा कि अब अगर इन लोगों पर 2013 की अगली कड़ी में छापे पड़ रहे हैं तो उसमें वह कुछ नहीं कह सकतीं। असल कहानी यह है कि आयकर छापेमारी के नए नियम लिखे जा रहे हैं।

नए नियमों के अनुसार अब छापेमारी तब ही की जाएगी जब ये पक्के सबूत मिल जाएं कि संदिग्ध कर चोर बड़े पैमाने पर बेहिसाब रुपयों व संपत्ति के ढेर पर बैठा है परंतु पन्नू व कश्यप पर आयकर छापेमारी एक तरह से नाकामी कही जाएगी क्योंकि उनके पास कोई बेहिसाब संपत्ति नहीं मिली। एक रिटायर्ड आयकर अधिकारी का कहना है कि ऐसे मामलों में छापेमारी नहीं, सर्वेक्षण किए जाते हैं।   

Pardeep

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