युवाओं की उद्यमी सोच प्रोत्साहित करने के लिए नए कोर्स की शुरुआत
punjabkesari.in Thursday, Oct 09, 2025 - 08:40 PM (IST)

चंडीगढ़, 9 अक्टूबर (अर्चना सेठी) पंजाब के युवाओं की उद्यमी सोच को प्रोत्साहित करने के लिए एक नए कोर्स (एंटरप्रेन्योरशिप माइंडसेट कोर्स) की शुरुआत की, ताकि पंजाब को नौकरी मांगने के बजाय नौकरी देने वाली धरती बनाया जा सके।आज यहां टैगोर थिएटर में संबोधन करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 17 साल तक एक छात्र शिक्षा में योगदान देता है। उन्होंने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य यह होना चाहिए कि वह परिवार के लिए रोटी कमा सके, देश और समाज का अच्छा नागरिक बने। उन्होंने दुख जताया कि दुर्भाग्य से एक छात्र अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद इन तीनों में असफल रहता है, जिसके लिए ब्रिटिश युग की शिक्षा प्रणाली जिम्मेदार है। आप के राष्ट्रीय संयोजक ने कहा कि अंग्रेजों ने क्लर्क पैदा करने के लिए शिक्षा प्रणाली विकसित की थी और दुर्भाग्य से आजादी के बाद भी यही व्यवस्था जारी रही।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि छात्रों को सर्वश्रेष्ठ उत्पाद और ब्रांड बनाने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए और यह जुनून उन्हें विश्व भर में प्रसिद्धि प्राप्त करने में मदद करेगा। उन्होंने कहा कि पंजाबी जन्म से ही उद्यमी हैं और यह कोर्स उनकी इस अनूठी क्षमता का उपयोग करने में मददगार होगा। 'आप' के राष्ट्रीय संयोजक ने कहा कि इस ऐप में बहुत बड़ी संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि इस एप की सफलता भारत को एक बड़ी ताकत बनाएगी, क्योंकि इसके माध्यम से हम चीन जैसी वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं के साथ मुकाबला करने में सक्षम होंगे।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पंजाब देश का पहला राज्य बन गया है, जिसने उच्च शिक्षा स्तर पर उद्यमी विचारों को बढ़ावा देने के लिए नया कोर्स शुरू किया है, जो शिक्षा क्षेत्र में एक ऐतिहासिक कदम है। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक वर्ष 2025-26 से यह कोर्स पूरे राज्य की विश्वविद्यालयों, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) और पॉलिटेक्निक कॉलेजों में लागू किया जाएगा। 'आप' के राष्ट्रीय संयोजक ने कहा कि शैक्षणिक वर्ष 2025-26 के लिए यह कोर्स बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (बीबीए), बैचलर ऑफ कॉमर्स (बीकॉम), बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी (बीटेक) और बैचलर ऑफ वोकेशन के छात्रों के लिए अनिवार्य होगा।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि शैक्षणिक वर्ष 2025-26 के दौरान यह कोर्स 20 सरकारी और निजी विश्वविद्यालयों, 320 आईटीआई और 91 पॉलिटेक्निक कॉलेजों में शुरू किया जाएगा, जिसमें डेढ़ लाख छात्रों को शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक वर्ष 2028-29 तक, इस कोर्स में पंजाब भर के 5 लाख छात्रों को शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह बहुत गर्व और संतुष्टि की बात है कि पंजाब देश का पहला राज्य है, जिसने इस कोर्स को इतने बड़े स्तर पर अनिवार्य बनाया है। 'आप' के राष्ट्रीय संयोजक ने कहा कि यह पहल छोटे उद्यमों और ग्रामीण स्टार्टअप्स के विकास को बढ़ावा देगी।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अमेरिका, यूके, जर्मनी, फ्रांस और जापान जैसे देशों में जीडीपी का लगभग 72 प्रतिशत उद्यमी और व्यावसायिक गतिविधियों से आता है। उन्होंने कहा कि उद्यमी सोच से संबंधित कोर्स के माध्यम से छात्र संचार कौशल, वित्तीय प्रबंधन, बजट, मार्केटिंग और व्यावसायिक संचालन के बारे में सीखेंगे। 'आप' के राष्ट्रीय संयोजक ने कहा कि यह प्रशिक्षण छात्रों को अपने उद्यम शुरू करने और दूसरों के लिए रोजगार के अवसर सृजित करने में सक्षम बनाएगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि यह प्रगतिशील विश्व का नया मॉडल है और इसका उद्देश्य लोगों को वास्तविक ज्ञान प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण से युवाओं में नए विचारों की सृजन क्षमता के साथ-साथ उनके व्यक्तित्व विकास में महत्वपूर्ण योगदान होगा। उन्होंने कहा कि यह प्रयास पंजाब को नई संभावनाओं और व्यापार का केंद्र बनाने का मार्ग प्रशस्त करेगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि आज दुनिया के शक्तिशाली देश विचारों की शक्ति दिखाने वाली एप्स जारी करने में लगे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, क्योंकि बोइंग में 45 प्रतिशत इंजीनियर पंजाब से हैं। उन्होंने कहा कि इन युवाओं में हर क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल करने के गुण समाहित हैं और उनकी योग्यताओं का सही उपयोग किया जाना चाहिए। भगवंत सिंह मान ने कहा कि छात्र और युवा हवाई जहाज की तरह हैं और राज्य सरकार उन्हें जीवन में आगे बढ़ने के लिए एक लॉन्च पैड प्रदान करेगी।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि वे तब तक आराम से नहीं बैठेंगे, जब तक पंजाब के छात्र अपने मनपसंद लक्ष्यों को हासिल नहीं कर लेते। उन्होंने युवाओं को जीवन में बड़ी सफलता प्राप्त करने के बाद भी जमीन से जुड़े रहने और कड़ी मेहनत में विश्वास रखने के लिए प्रेरित किया, क्योंकि यह सफलता की एकमात्र कुंजी है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार पंजाब के विकास और इसके निवासियों की समृद्धि के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कड़ी मेहनत ही सफलता का एकमात्र मार्ग है और युवाओं को हमेशा कड़ी मेहनत का रास्ता अपनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हमेशा युवाओं के नेक विचारों का समर्थन करेगी। भगवंत सिंह मान ने आशा व्यक्त की कि यह कोर्स राज्य को आर्थिक विकास की नई ऊंचाइयों तक ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहली बार युवाओं को प्रेरित करने के लिए एक पहल की जा रही है। उन्होंने कहा कि पहले राजनीति को केवल एक खेल माना जाता था और राजनीतिक नेताओं द्वारा अपने संकीर्ण हितों की पूर्ति के लिए लोगों को गुमराह किया जाता था। उन्होंने कहा कि नशे के डर के कारण माता-पिता अपने बच्चों को विदेश भेजते थे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि एक समय कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में केवल 33 प्रतिशत सीटें भरी जाती थीं, लेकिन जब से उन्होंने सत्ता संभाली है, दाखिला दर 100 प्रतिशत हो गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब की धरती पवित्र, उपजाऊ और सौभाग्यशाली है। उन्होंने आगे कहा कि प्रत्येक बच्चे के पास अपने अनूठे विचार हैं। उन्होंने दुख व्यक्त किया कि इन बच्चों को कभी भी अपनी सोच व्यक्त करने का अवसर नहीं मिला। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस उद्यमी कोर्स की शुरुआत से युवा अब अपने सपनों को साकार कर सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया भर में नए विचार क्रांति ला रहे हैं। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से सूचना प्रौद्योगिकी के इस युग में, नए विचार बहुत महत्वपूर्ण हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि अब शिक्षा में पारंपरिक तरीकों का समय समाप्त हो गया है और युवाओं को नई ऊंचाइयों को हासिल करने के लिए अलग ढंग से सोचना होगा।