केनरा बैंक फ्रॉड मामला: यूनिटेक के MD और परिवार के खिलाफ नया मामला दर्ज, कई ठिकानों पर CBI के छापे

Monday, Dec 07, 2020 - 09:55 AM (IST)

बिजनेस डेस्क: केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने केनरा बैंक के साथ 198 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में यूनिटेक कंपनी के प्रबंध निदेशक (एमडी) संजय चंद्रा, उनके पिता रमेश और भाई अजय के खिलाफ मामला दर्ज किया है।  सीबीआई ने चंद्रा के खिलाफ नया मामला दर्ज करने के बाद आरोपियों के विभिन्न परिसरों पर छापेमार भी की। 

 

चंद्रा को मिली जमानत 
संजय चंद्रा को 43 महीनों के बाद शुक्रवार को तिहाड़ जेल से अंतरिम जमानत पर रिहा किया गया था। उन्हें दिल्ली की एक अदालत से चिकित्सा आधार पर जमानत मिली थी। दिल्ली पुलिस, सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) सहित कई एजेंसियां कंपनी के खिलाफ जांच कर रही हैं। टू-जी स्पेक्ट्रम घोटाले में भी चंद्रा का नाम सामने आया था लेकिन निचली अदालत ने उन्हें बरी कर दिया था। 

 

क्या है पूरा मामला 
आरोप है कि चंद्रा के पर्सनल और कॉरपोरेट गारंटी के आधार पर  यूनिटेक कंपनी ने केनरा बैंक ने कर्ज हासिल किया, लेकिन बाद में रियल एस्टेट बाजार में मंदी आने वजह से कंपनी ने डिफाल्ट करना शुरू कर दिया। आरोप  है कि 29,800 मकान खरीदारों से जुटाई गयी करीब 1,4270 करोड़ रुपये की रकम में से करीब 5063.05 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कंपनी ने निर्माण कार्यों में नहीं किया। इसी तरह छह वित्तीय संस्थाओं से हासिल करीब 1806 करोड़ रुपये की रकम में से भी 763 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कंपनी ने प्रोजेक्ट के लिए नहीं किया। ऑडिट  से यह भी पता चलता है कि कंपनी ने 2007 से 2010 के बीच टैक्स हैवन कहलाने वाले देश साइप्रस से 1,745 करोड़ रुपये का निवेश किया। 

 

बैंकों को अलर्ट रहने की जरूरत 
दरअसल, ज्‍यादातर बैंक की शाखाएं सरकारी जमा को लेकर बहुत ज्‍यादा सावधान नहीं रहती हैं। धोखाधड़ी करने वालों ने इसी बात का फायदा उठाते हैं। बैंक की ओर से शाखाओं से कहा गया है कि अब बिचौलियों से दूरी बनाई जाए। साथ ही किसी भी मैसेंजर से भेजे गए डॉक्‍यूमेंट्स और बातचीत पर बिलकुल भरोसा ना किया जाए। अतनी बड़ी राशि डिपॉजिट के लिए आने पर शाखाएं संबंधित सरकारी विभाग से सीधे संपर्क करें। 
 

vasudha

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