नेपाली प्रधानमंत्री ने दी भारत को नसीहत

Sunday, Apr 08, 2018 - 01:21 PM (IST)

नई दिल्लीः नेपाल के प्रधानमंत्री केपी ओली द्वारा पीएम पद संभालने के बाद की जा रही पहली  भारत यात्रा काफी अहम मानी जा रही है।उन्होंने पिछले दिनों दोनों देशों की दोस्ती में आई कड़वाहट को पीछे छोड़ते हुए इस यात्रा का फैसला लिया। भारी बहुमत से नेपाल की सत्ता में आने वाले ओली ने अपने इस दौरे दौरान नसीहत देते हुए कहा  कि  भारत को दोनों देशों के बीच भरोसा मजबूत करने की कोशिश व एक संप्रभु देश के फैसलों का सम्मान करना चाहिए।

ओली ने कहा  कि दोनों पड़ोसी देश साझे आर्थिक लक्ष्यों को हासिल कर सकते हैं और अपने संबंधों को ऐतिहासिक स्तर पर लेकर जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि नेपाल अपने सभी पड़ोसियों के साथ मिलकर काम करना चाहता है। भारत पिछले कुछ समय से नेपाल और चीन की बढ़ती नजदीकी पर नजर रखे हुए है। इस पर नेपाल के पीएम ने कहा है कि उनके दो पड़ोसी देश हैं और उन्हें दोनों देशों के साथ दोस्ताना संबंध रखने हैं। 

 ओली ने आगे कहा, 'मैं साफ कर दूं कि हमारे पड़ोस में दो बड़े देश हैं और मैं कहता आया हूं कि हमें दोनों देशों से दोस्ती रखनी है। हमारी विदेश नीति ही दोस्ती से शुरू होती है, हमारी पड़ोस नीति का भी यही सिद्धांत है।' आपको बता दें कि ओली के भारत दौरे का मकसद भारतीय निवेश तलाशना और दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग को मजबूत करना है। ओली ने दोनों देशों के बीच व्यापार असंतुलन का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि नेपाल को इससे नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा, 'नेपाल और भारत के बीच व्यापार में बड़ा असंतुलन है। नेपाल के आर्थिक विकास और दोनों देशों के मिलकर आगे बढ़ने के लिए इसे जल्द से जल्द सुलझाना जरूरी है।'

Tanuja

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