NCRB रिपोर्ट: देश में बढ़ रहे अपराध, दिल्ली फिर बनी अपराध की 'राजधानी'

Tuesday, Oct 22, 2019 - 05:03 AM (IST)

नई दिल्लीः राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के नए आंकड़े के मुताबिक 2017 में देश भर में संज्ञेय अपराध के 50 लाख से ज्यादा मामले दर्ज किए गए। इस तरह 2016 में 48 लाख दर्ज प्राथमिकी की तुलना में 2017 में 3.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। करीब एक साल की देरी के बाद 2017 के लिए वार्षिक अपराध का आंकड़ा जारी किया गया है । वर्ष 2017 में हत्या के मामलों में 5.9 प्रतिशत की गिरावट आयी।

एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक 2017 में हत्या के 28653 मामले दर्ज किए गए जबकि 2016 में 30450 मामले सामने आए थे। इसमें कहा गया कि हत्या के अधिकतर मामले में ‘विवाद' (7898) एक बड़ा कारण था। इसके बाद ‘निजी रंजिश' या ‘दुश्मनी' (4660) और ‘फायदे' (2103) के लिए भी हत्याएं हुईं।

वर्ष 2017 में अपहरण के मामलों में नौ प्रतिशत की बढोतरी दर्ज की गयी। उससे पिछले साल 88008 मामले दर्ज किए गए थे जबकि 2017 में अपहरण के 95893 मामले दर्ज किए गए थे।

इंसाफ के इंतजार में 68 फीसदी दुष्कर्म पीड़िताएं 
साल 2012 में दिल्ली में हुए निर्भया कांड से पूरा देश हिल गया था। देश के कोने—कोने से दुष्कर्म के दोषियों को जल्द से जल्द कड़ी सजा देने की मांग की गई। फास्ट ट्रैक कोर्ट से लेकर कानून को सख्त बनाने की भी कवायद चलीं। मगर इसके बावजूद दुष्कर्म पीड़िताओं को इंसाफ के लिए अभी भी लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। एनसीआरबी रिपोर्ट के मुताबिक साल 2017 में दुष्कर्म के महज 32.2 फीसदी मामलों में ही दोषियों को सजा सुनाई गई। जबकि करीब 68 प्रतिशत मामलों में अभी भी न्याय का इंतजार है। 

 

Yaspal

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