मेघालय: कोयला खदान में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, तीन हेल्मेट मिलने से गहराई आशंका

Saturday, Dec 29, 2018 - 03:35 PM (IST)

नेशनल डेस्क: मेघालय में पिछले 15 दिनों से कोयला खदान में फंसे मजदूरों को अब तक निकाला नहीं जा सका है। बचावकर्मी इन खनिकों तक पहुंचने का हरसंभव प्रयास कर रही है लेकिन बाढ़ का पानी खान के अंदर जाने के कारण इन मजदूरों के बचने की उम्मीदों भी कम दिखाई दे रही है। वहीं खदान में फंसे 15 खनिकों को बचाने के रेस्क्यू के दौरान शनिवार को मजदूरों के हेलमेट्स मिले हैं. न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, बचाव दल को मजदूरों के तीन हेलमेट मिले हैं। जिसके बाद बचाव कार्य में लगे अधिकारियों को किसी अनहोनी की आशंका सता रही है। 

 

15 खनिकों को बचाने के अभियान में आज भारतीय नौसेना भी शामिल होगी। माना जा रहा है कि भारतीय वायुसेना के विशेष विमान के जरिए इस टीम को ले जाया जाएगा। नौसेना के प्रवक्ता कैप्टन डी के शर्मा ने बताया कि मेघालय में खान में फंसे 15 खनिकों को निकालने के लिए चलाये जा रहे बचाव अभियान में हिस्सा लेने के लिए नौसेना के 15 गोताखोरों को भेजा गया है। गोताखोरों की टीम को विशाखापतनम से भेजा जा रहा है और उनके शनिवार तक दुर्घटनास्थल पर पहुंचने की संभावना है। 


शर्मा ने बताया कि यह टीम रिमोट से चलने वाले टोही और रि कंप्रेशन चैम्बर जैसे उपकरणों से लैस है। रिमोट से चलने वाले ये उपकरण पानी के अंदर टोही मिशन चलाने में सक्षम है। नौसेना की इस टीम ने अभियान के लिए अपनी विशेष रणनीति बनायी है। यह खान गत 13 दिसंबर को धंस गयी थी और बाद में इसमें बाढ का पानी घुसने से बचाव अभियान में काफी मुश्किलें आ रही हैं।


बताया जा रहा है कि कोयले की यह खान काफी पुरानी और अवैध है। इस तरह की खान मेघायल में सामान्‍य बात है। कोयले की ये खानें बहुत संकरी होने के कारण खतरनाक होती हैं। इसमें से कोयला निकालने के लिए खनिक बांस की सीढ़ी से खान के अंदर जाते हैं जिससे अक्‍सर दुर्घटनाएं होती रहती हैं। खान में फंसे 15 खनिकों में सात लोग वेस्‍ट गारो हिल्‍स डिस्ट्रिक के रहने वाले हैं जबकि पांच लोग असम और तीन लुमथारी गांव के रहने वाले हैं। इसी गांव में यह हादसा हुआ है। 

vasudha

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