संजय राउत की चेतावनी, कहा- हद में रहें राणे, शिवसेना से लड़ने की हिम्मत किसी में नहीं

Thursday, Aug 26, 2021 - 02:41 PM (IST)

नेशनल डेस्क: केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को गिरफ्तारी के बाद जमानत मिलने के बाद शिवसेना और बीजेपी की जुबानी जंग खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। शिवसेना के सांसद संजय राउत ने अब राणे को तमीज में रहने की हिदायत दी है। उन्होंने कहा कि शिवसेना अपने नेताओं के खिलाफ इस तरह के किसी भी बयान को बर्दाश्त नहीं करेगी।  राणे को अपनी गलतियों से सीखना चाहिए। एक सांसद और केंद्रीय मंत्री होने के नाते उन्हें पता होना चाहिए कि क्या बोलना है और कैसे बात करनी है। शिवसेना से लड़ने की हिम्मत किसी में नहीं है, इसलिए वे गंदी बयानबाजी का सहारा लेते हैं।

राणे ने महाराष्ट्र की प्रतिष्ठा एवं गौरव को ठेस पहुंचाई: शिवसेना 
वहीं शिवसेना ने बृहस्पतिवार को कहा कि केन्द्रीय मंत्री नारायण राणे ने महाराष्ट्र की प्रतिष्ठा एवं गौरव को ठेस पहुंचाई है और राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ दिए विवादित बयान के मामले में उनके खिलाफ कानून के तहत कार्रवाई की गई । शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना' के सम्पादकीय में दावा किया कि ‘‘केन्द्रीय मंत्रिमंडल में राणे के अब कुछ ही दिन बचे हैं।'' गौरतलब है कि यह पूरा विवाद सोमवार को राणे की मुख्यमंत्री को थप्पड़ मारने वाली कथित टिप्पणी के बाद शुरू हुआ। राणे ने रायगढ़ जिले में ‘जन आशीर्वाद यात्रा' के दौरान दावा किया था कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अपने संबोधन में ठाकरे यह भूल गए कि देश की आजादी को कितने साल हुए हैं और इसी संदर्भ में उन्होंने विवादित बयान दिया था। राणे को मामले में मंगलवार दोपहर गिरफ्तार कर लिया गया था। हालांकि महाड की एक अदालत ने मंगलवार देर रात उन्हें जमानत दे दी। उनके इस विवादित बयान के खिलाफ महाराष्ट्र में प्रदर्शन किए गए। 

शिवसेना और भाजपा के कार्यकर्ताओं के बीच हुई थी झड़प 
मुंबई में राणे के आवास के बाहर शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं के बीच मंगलवार को झड़प भी हो गई थी। मीडिया में उनकी ‘‘आसन्न गिरफ्तारी'' की खबरों से नाराज राणे ने अपनी गिरफ्तारी से कुछ घंटे पहले यह भी कहा था कि वह कोई ‘‘आम'' आदमी नहीं हैं और मीडिया को इस तरह की खबरें दिखाने को लेकर आगाह भी किया था। मराठी दैनिक पत्र ‘सामना' के सम्पादकीय में कहा गया, ‘‘ क्योंकि राणे कोई आम आदमी नहीं हैं, इसलिए उन्होंने महाराष्ट्र की प्रतिष्ठा एवं गौरव को ठेस पहुंचाई। भाजपा को कम से कम अब यह समझ में आ जाना चाहिए। महाराष्ट्र के दुश्मन भी राज्य का इस तरह अपमान नहीं करते जैसे राणे ने किया।'' सम्पादकीय में कहा गया कि मुख्यमंत्री के खिलाफ राणे की टिप्पणी के मामले में मंत्री के खिलाफ कानून के तहत कार्रवाई की गई। 

Anil dev

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