महाराष्ट्र में कोरोना के डर से सिद्धिविनायक मंदिर में बप्पा के भक्तों की एंट्री बंद
Thursday, Feb 25, 2021 - 01:36 PM (IST)
नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसी को देखते हुए मुंबई के प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर को भी भक्तों के लिए बंद कर दिया गया है। श्री सिद्धिविनायक गणपति मंदिर ट्रस्ट के अनुसार भक्तों के लिए यह रोक 2 मार्च को पड़ने वाली गणेश अंगारकी चतुर्थी के दिन रहेगी। 2 मार्च को मंदिर में किसी भी तरह के ऑफलाइन दर्शन की मंजूरी नहीं दी जाएगी। गणेश अंगारकी चतुर्थी के दिन सिर्फ पहले से जारी हुए क्यूआर कोड के जरिए ही सुबह 8 बजे से रात 9 बजे तक दर्शन करने की अनुमति रहेगी।
Mumbai: Shree Siddhivinayak Ganapati Temple Trust lays down restrictions on 'darshan' on Ganesh Angaraki Chaturthi on 2nd March, in the wake of rising COVID cases. No offline darshan allowed that day. Darshan allowed only on pre-issued QR codes, darshan only b/w 8am-9pm that day.
— ANI (@ANI) February 25, 2021
वहीं महाराष्ट्र में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि बुधवार को भी जारी रही और राज्य में करीब चार महीने बाद संक्रमण के 8,807 नये मामले सामने आये जिससे राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 21,21,119 हो गई। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग ने दी। विभाग ने कहा कि बुधवार को 80 और मरीजों की मौत होने की जानकारी सामने आयी जिससे राज्य में मृतक संख्या बढ़कर 51,937 हो गई। राज्य में कोविड-19 मामलों में बढ़ोतरी हुई है क्योंकि राज्य में मंगलवार को कोविड-19 के 6,218 नये मामले सामने आये थे। अधिकारियों ने बताया कि 80 मौतों में से 27 मौतें पिछले 48 घंटे में हुईं जबकि 22 मौतें पिछले सप्ताह हुई थीं। बाकी 31 मौतें पिछले सप्ताह से पहले की अवधि के दौरान हुई थीं।
महाराष्ट्र सरकार के अधिकारियों से जांच में तेजी लाने के आदेश
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच राज्य सरकार ने सभी जिला कलेक्टरों और स्थानीय निकायों के आयुक्तों से जांच में तेजी लाने को कहा। मंत्रिमंडल की बैठक के बाद अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री नवाब मलिक ने बताया कि बैठक में राज्य में कोविड-19 स्थिति की समीक्षा की गई। उन्होंने पत्रकारों से कहा, जांच की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया गया। राज्य में पिछले दो सप्ताह से प्रतिदिन औसतन 60,000 नमूनों की जांच की जा रही है। मलिक ने कहा कि अधिकारियों से कहा गया है कि वे अतिसक्रियता से संक्रमित लोगों के संपर्क में आने वालों का पता लगाएं। सूत्रों ने बताया कि मंत्रिमंडल में संक्रमण को फैलने से रोकने के अन्य तरीकों पर भी चर्चा हुई। महाराष्ट्र में 10 फरवरी से ही रोज 6,000 से अधिक नए मामले आ रहे हैं।