ट्रैक्टर परेड: किसानों के हिंसक आंदोलन पर राकेश टिकैत का बड़ा बयान

Tuesday, Jan 26, 2021 - 05:09 PM (IST)

नेशनल डेस्क: ट्रैक्टर परेड के लिए निर्धारित मार्ग से हटकर प्रदर्शनकारी किसानों के समूह मंगलवार को पुलिस से कई जगहों पर झड़प का मामला सामने आया है। इसके साथ ही वह लालकिले में घुस गया और राष्ट्रीय राजधानी स्थित इस ऐतिहासिक स्मारक के कुछ गुंबदों पर झंडे लगा दिए। कई प्रदर्शनकारी किसान जगह-जगह बैरिकेडिंग तोड़ते हुए दिल्ली के अंदर घुस गए और तोडफ़ोड़ की। वहीं अब इस घटना के बाद किसान नेता राकेश टिकैत ने बड़ा बयान दिया है। 

आंदोलन को खराब करना चाहते हैं राजनीतिक दल के लोग 
उन्होंने कहा कि हमारे सब लोग शांतिपूर्ण तरीके से जा रहे हैं। जो लोग गड़बड़ फैलाने की कोशिश कर रहे हैं वो चिन्हित हैं। वो राजनीतिक दल के लोग हैं और इस आंदोलन को खराब करना चाहते हैं। भारतीय किसान यूनियन के राकेश टिकैत ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। सवाल यही है कि पिछले दो महीने से शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे किसानों को आखिर किसने भड़काया? गणतंत्र दिवस के मौके पर चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद आखिर प्रदर्शनाकारियों ने इतना उत्पात कैसे मचाया? उन्होंने कहा कि इस घटना के पीछे राजनीतिक दल का हाथ लग रहा है। 

एक समूह अपने ट्रैक्टर लेकर लालकिला परिसर पहुंचा
 के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ ट्रैक्टर परेड के दौरान किसानों के निर्धारित मार्गों पर ना जाने के बाद राष्ट्रीय राजधानी में कई स्थानों पर उनके और पुलिस के बीच मंगलवार को झड़प हो गई। वहीं कई किसान लाल किला परिसर में भी दाखिल हो गए हैं। पुलिस ने उन्हें नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज भी किया। आईटीओ पर भी अराजकता की स्थिति उत्पन्न हो गई, जहां प्रदर्शनकारी हाथ में डंडे लेकर पुलिस कर्मियों को दौड़ाते और अपने ट्रैक्टरों को वहां खड़ी बसों को टक्कर मारते दिखे। आईटीओ पर गुस्साए किसानों ने एक बस में तोडफ़ोड़ भी की। पुलिस ने मंगलवार को शहर के कई हिस्सों में आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज भी किया।

पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोलों का इस्तेमाल करना पड़ा
इससे पहले प्रदर्शनकारी किसान आईटीओ पहुंच गए और लुटियंस इलाके की तरफ बढऩे की कोशिश की। इसपर पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोलों का इस्तेमाल करना पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने ट्रैक्टर परेड के निर्धारित समय से काफी पहले ही दिल्ली के विभिन्न सीमा बिन्दुओं से दिल्ली के भीतर बढऩा शुरू कर दिया और अनुमति न मिलने के बावजूद वे मध्य दिल्ली स्थित आईटीओ पहुंच गए। दिल्ली पुलिस ने किसानों को इस शर्त के साथ ट्रैक्टर परेड की अनुमति दी थी कि वे राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड के समाप्त होने के बाद तय किए गए मार्गों पर ही अपनी परेड करेंगे। हालांकि, आज किसान मध्य दिल्ली की ओर बढऩे पर अड़ गए जिससे अफरातफरी मच गई।


किसानों की ट्रैक्टर परेड हिंसक होने के बाद बंद किया गया कनाट प्लेस
राजधानी दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर परेड के कुछ जगहों पर हिंसक होने के कारण नयी दिल्ली टेडर्स एसोसिएशन ने मंगलवार को कनाट प्लेस को बंद रखने की घोषणा की। नयी दिल्ली टेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अतुल भार्गव ने कहा कि प्रदर्शन के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने कनाट प्लेस बंद रखने का परामर्श दिया है। उन्होंने पीटीआई-भाषा को बताया, ट्रैक्टर परेड में अराजकता फैल गई है। किसान आईटीओ पहुंच गए हैं। मैंने पुलिस आयुक्त से बात की और परामर्श मिला कि बाजारों को बंद रखा जाए। हमने उन दुकानों को भी बंद करने के लिए कहा है, जो सामान्य दिन में इस वक्त तक खुल गई होतीं। हर साल गणतंत्र दिवस पर राजपथ पर आयोजित होने वाली परेड के कारण कनाट प्लेस दोपहर एक बजे के बाद खुलता है। उन्होंने कहा, आज व्यापारियों के लिए अच्छे कारोबार का दिन है, लेकिन सबकी सुरक्षा ज्यादा जरूरी है और आज दुकानें बंद रखना ही उचित है।


 

Anil dev

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