राष्ट्रपति के चुनाव के लिए अभी से सुगबुगाहट शुरू, भाजपा ने उम्मीदवार को लेकर अभी नहीं खोले पत्ते

Thursday, Apr 28, 2022 - 01:06 PM (IST)

नेशनल डेस्क: देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 25 जुलाई को समाप्त होने जा रहा हे जिसके चलते नए राष्ट्रपति के चुनाव के लिए अभी से सुगबुगाहट शुरू हो गई है। हालांकि सत्ता पक्ष ने इस बाबत अभी पत्ते नहीं खोले हैं लेकिन यह तय है कि लोकसभा, राज्यसभा और विधानसभाओं में सत्ता पक्ष की स्थिति मजबूत है और संभवत उसका ही उम्मीदवार देश अगला राष्ट्रपति होगा। जानकारों की माने तो गणित के मुताबिक भाजपा के पास अब भी 9,194 वोट कम हैं और अपना उम्मीदवार जिताने के लिए उसे नए साथियों की जरूरत है, जो वह नवीन पटनायक की अगुवाई वाले बीजेडी या वाइ.एस. जगन मोहन रेड्डी की वाइएसआरसीपी सरीखे संभावित मित्रों से पा सकती है।    

क्या रह सकती हे विपक्ष की भूमिका
सूत्रों की मानें तो विपक्ष यह देखना चाहता है कि सत्ता पक्ष की तरफ से किसे उम्मीदवार चुना जाता है। यदि कोई ऐसा उम्मीदवार भावी राष्ट्रपति के लिए तय किया जाता है, जो विपक्ष को भी स्वीकार्य हो या जिसका विरोध करना विपक्ष के लिए राजनीतिक रूप से घाटे का सौदा हो, तो फिर हो सकता है कि विपक्ष अपना उम्मीदवार घोषित नहीं करे। दूसरा विपक्ष का मानना है कि यदि एनडीए किसी ऐसे व्यक्ति को उम्मीदवार बनाता है जिसके लिए वह विपक्ष से भी समर्थन की उम्मीद करता है तो उसे विपक्षी दलों से बात कर आम राय बनाने के प्रयास करने होंगे।

मध्य-जून में होगी चुनाव की अधिसूचना
परंपरा के अनुसार, भारत के राष्ट्रपति के पद के चुनाव की अधिसूचना मध्य-जून में जारी होने के साथ जुलाई में मतदान शुरू हो जाता है। हाल ही में हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में भाजपा के शानदार प्रदर्शन ने पार्टी को राष्ट्रपति चुनाव के लिए मजबूत स्थिति में ला दिया है। उसके पास 4,65,797 वोटों की ताकत है और एनडीए के उसके सहयोगियों के पास 71,329 वोट और हैं। जम्मू-कश्मीर विधानसभा निलंबित होने और 6,264 वोट मूल्य की 87 सीटें न होने से बहुमत का निशान 3,132 वोट नीचे आ जाएगा। यानी भाजपा के पास अब भी 9,194 वोट कम हैं और अपना उम्मीदवार जिताने के लिए उसे नए साथियों की जरूरत है, जो वह नवीन पटनायक की अगुआई वाले बीजेडी या वाइ.एस. जगन मोहन रेड्डी की वाइएसआरसीपी सरीखे संभावित मित्रों से पा सकती है।

कौन से नाम चर्चा में हैं
इस पद के लिए मीडिया में कई नाम को लेकर चर्चा चल रही है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से लेकर आरिफ मोहम्मद खान, आनंदीबेन पटेल के नामों की भी चर्चा हुई। हालांकि नीतीश ने इन अटकलों को खारिज कर दिया। लेकिन उप-राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू को रेस में सबसे आगे माना जा रहा है। इसके अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के भी राष्ट्रपति बनाए जाने की चर्चा खूब है। लेकिन अब देखना है कि क्या भाजपा नेतृत्व मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को दूसरे कार्यकाल की पेशकश करती है, वेंकैया नायडू को नए राष्ट्रपति के रूप में चुनती है या फिर मीडिया में तैरते नामों से इतर हर बार कि तरह इस बार भी कोई सरप्राइज पैकेज के रूप में नया नाम सामने रखते हैं।

Anil dev

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