जबलपुर के बर्निंग अस्पताल से पिता को बेटे का आखिरी फोन- पापा-पापा, मुझे बचा लो, शरीर में आग लगी है...

Wednesday, Aug 03, 2022 - 11:37 AM (IST)

नेशनल डेस्क: मध्यप्रदेश के जबलपुर में स्थित एक अस्पताल में आग लगने से आठ लोगों की मौत हो गयी। जिसमें तीन मरीज सहित एक पुरुष व दो महिला स्टॉफ के अलावा एक मरीज को देखने आये दो व्यक्ति शामिल है। पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा के अनुसार शिवनगर स्थित न्यू लाईव मल्टी स्पेश्लिस्ट हॉस्पिटल में आग लगने के कारण आठ व्यक्तियों की मौत हो गयी। जिसमें से तीन मरीज सहित एक पुरूष तथा दो महिला स्टॉफ थी। इसके अलावा दो व्यक्ति एक मरीज को देखने आये थे। मृतकों में तन्मय विश्वकर्मा की उम्र सबसे कम है। 

बुखार की शिकायत पर आगलगी की घटना से कुछ मिनट पहले ही विश्वकर्मा को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल में भर्ती होने के बाद तन्मय ने परिवार और दोस्तों को यह मैसेज भेजा था कि वह जल्द ठीक होकर वापस आ जाएगा। इस तस्वीर को पिंग करने के कुछ मिनट बाद ही तन्मय ने अपने पिता को फोन किया और मदद के लिए चिल्ला रहा था। तन्मय ने पिता को फोन कर कहा कि पापा, चारों तरफ आग है और मैं बाहर नहीं निकल सकता। प्लीज आओ और मुझे बचाओ। इसके बाद एक आखिरी चीख निकली और फोन बंद हो गया। इस घटना के बाद विश्वकर्मा के घर में मातम का माहौल है। 

 बहुगुणा के अनुसार अस्पताल के बाहर रखे जनरेटर में स्पाकिर्ंग होने के कारण यह घटना घटी। आग लगने के कारण अस्पताल में नीचे तल में चल रही ओपीडी के व्यक्ति बाहर आ गये थे। पहले तल में स्थित आईसीसीयू वार्ड के व्यक्ति नहीं निकल पाते इसके पहले ही आग ने विकरात रूप धारण कर लिया था। सूचना मिलने पर दमकल व पुलिस अमला घटनास्थल में पहुंच गया था। उन्होंने आईसीसीयू से 13 व्यक्यिों को बाहर निकाला। इस बीच कई लोग आग से झुलस गये थे और कई धुंए के कारण सांस नहीं लेने के कारण बेहोश हो गये थे। जिन्हे उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया। जिसके से आठ व्यक्तिों की मौत हो गयी तथा दो व्यक्ति की हालत गंभीर है। तीन व्यक्तियों की हालत खतरे से बाहर है।

 कलेक्टर इलैयाराजा टी ने बताया कि घटना की जांच के लिए कमेटी गठित करने के आदेश जारी कर दिये गये है। उन्होंने कहा कि कमेटी जांच करेगी और नियम के उल्लंधन में अस्पताल प्रशासन के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी। मध्य उत्तर विधानसभा क्षेत्र के विधायक विनय सक्सेना ने घटना की जानकारी मिलने पर अपरान्ह 2.40 बजे नगर निगम को फोन किया। उन्होंने दमकल कर्मियों को बताया कि पहली मंजिल में लोग फंसे हुए। दमकल कर्मी सीढी की मदद से तीन व्यक्तियों को बाहर निकाला। दमकल कर्मियों ने एक घंटे की कडी मशक्कत के बाद शाम 4 बजे तक आग में काबू प्राप्त कर घायलों को बाहर निकालकर उपचार के लिए भिजवा। 

इस घटना की जानकारी मिलने पर कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक घटना स्थल पर पहुंचे। अस्पताल की बिल्डिंग पूरी तरह जल गयी। संभागायुक्त की अध्यक्षता में चार सदस्यीय कमेटी घटित कर दी है। कमेटी में संभागायुक्त बी चंद्रषेखर के अलावा संयुक्त संचालक स्वास्थ संजय मिश्रा, संयुक्त संचालक नगर तथा ग्राम निवेश आर के सिंह तथा अधीक्षक यंत्री विद्युत सुरक्षा अरविंद बोहरे सदस्य होगे। कमेटी को अग्नि दुर्घटना के कारण, फायर सेफटी तथा इलेक्टिकल सेफटी की अनुमतियां तथा नगर पालिका अधिनियम के प्रावधान अनुसार भवन अनुज्ञा संबंधित अनुमत्यिों तथा क्रियान्वयन के संबंध में जांच करेगी। 

Anil dev

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