कड़ाके की ठंड में सड़कों पर डटे बुजुर्ग किसान, सफलता के लिए गुरुद्वारों में की गई विशेष अरदास

Tuesday, Dec 01, 2020 - 12:20 PM (IST)

नेशनल डेस्क: राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं के निकट और अधिक प्रदर्शनकारी पहुंच रहे हैं और आंदोलन तेज होता प्रतीत हो रहा है। इसके मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा बंदोबस्त बढ़ा दिए हैं और हरियाणा तथा उत्तर प्रदेश से राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश के सभी बिंदुओं पर अवरोधक लगाए गए हैं। किसानों ने रविवार को घोषणा की थी कि वे आने वाले दिनों में दिल्ली में प्रवेश के पांच रास्तों को जाम करेंगे। वहीं नए कृषि कानूनों के विरोध में सड़कों पर डटे किसानों में कई बुजुर्ग किसान भी हैं। सर्दी शुरू हो चुकी है, जिस कारण इन किसानों के परिजनों को उनकी सेहत की चिंता सता रही है। महिलाएं और बच्चे सुबह से लेकर रात तक कई-कई बार फोन कर अपने पतियों, पिता, दादा से सेहत को लेकर हाल चाल पूछताछ रहे हैं। 

सफलता के लिए दिल्ली के गुरुद्वारों में विशेष अरदास 
वहीं नए कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के प्रदर्शन की सफलता के लिए राष्ट्रीय राजधानी के सभी गुरुद्वारों में मंगलवार सुबह विशेष अरदास की गई। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति (डीएसजीएमसी) के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने बताया कि प्रदर्शनकारी किसानों की मांगें मान ली जाएं, इसके लिए सभी गुरुद्वारों में अरदास की गई। उन्होंने बंगला साहिब गुरुद्वारे में अरदास में शामिल होने के बाद कहा, डीएसजीएमसी भाजपा नेताओं समेत उन लोगों की निंदा करता है, जो आरोप लगा रहे हैं कि प्रदर्शनकारी किसान खालिस्तानी और आतंकवादी हैं। सिरसा ने कहा, च्च्एक किसान को प्रदर्शन के दौरान सेना में शामिल एवं कश्मीर में तैनात उसके बेटे की मौत की सूचना मिली। क्या ऐसे लोग आतंकवादी हो सकते हैं? उल्लेखनीय है कि नए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ खासकर पंजाब और हरियाणा के हजारों किसान दिल्ली सीमा के विभिन्न प्रवेश मार्गों पर मंगलवार को लगातार छठे दिन प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों को डर है कि ये कानून न्यूनतम समर्थन मूल्य को समाप्त कर देंगे। 

Anil dev

Advertising