राजधानी में बिजली संकट का बड़ा खतरा, सप्लाई नहीं आई तो दो दिन बाद पूरी दिल्ली में होगा ब्लैक आउट

Saturday, Oct 09, 2021 - 05:40 PM (IST)

नेशनल डेस्क: राजधानी दिल्ली में बिजली एक बड़ा संकट बनता जा रहा है। कोयला संकट पर दिल्ली के ऊर्जा मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि  अगर सप्लाई नहीं आती है तो देश की राजधानी दिल्ली में दो दिन बाद पूरे शहर में ब्लैक आउट होगा। 
शनिवार को ऊर्जा मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि देशभर में जितने भी पावर प्लांट हैं, जो कोयले से चलते हैं, वहां पिछले कुछ दिनों से कोयले की बहुत कमी है। दिल्ली को जिन पावर प्लांट से सप्लाई होती है, उन सभी को मिनिमम एक महीने का कोयला स्टॉक रखना होता है, लेकिन अब वो कम होकर 1 दिन का रह गया है। 

केंद्र सरकार से हमारी अपील है कि रेलवे वैगन का इंतजाम किया जाए और कोयला जल्द से जल्द प्लांट्स तक पहुंचाया जाए। जितने भी प्लांट हैं, वे पहले से ही मात्र 55 फीसदी क्षमता पर चल रहे हैं। 3.4 लाख मेगावाट की जगह आज सिर्फ 1 लाख मेगावाट मांग रह गई है, इसके बावजूद पावर प्लांट सप्लाई नहीं कर पा रहे हैं। साथ ही कहा, हमारे जो हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्लांट हैं, उनकी भी क्षमता 45 हजार मेगावाट से घटकर 30 हजार मेगावाट रह गई है। हम चाहते हैं कि पीक आवर में वहां 45 हजार मेगावाट का उत्पादन हो। राजधानी दिल्ली में तो बिजली आपूर्ति करने वाली तीनों बिजली कंपनियों बीएसआईएस राजधानी, बीएसईएस यमुना और टीपीडीडीएल के अधिकारी उर्जा मंत्री सत्येंद्र जैन के साथ बैठक कर रहे हैं। त्योहारी सीजन में बिजली कटौती से लोगों में भारी रोष है।

दिल्ली को करना पड़ सकता है बिजली के संकट का सामना: केजरीवाल 
वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी के लोगों को बिजली के संकट का सामना करना पड़ सकता है और उनकी सरकार इस स्थिति से निपटने के लिए कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि शहर को बिजली की आपूर्ति करने वाले उत्पादन संयंत्रों में कोयले और गैस की उचित व्यवस्था होती रहे इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हस्तक्षेप करने के लिए पत्र लिखा है। केजरीवाल ने ट्वीट किया, “दिल्ली को बिजली की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। मैं व्यक्तिगत रूप से इस स्थिति पर नजर रख रहा हूं। ऐसी स्थिति न आए इसके लिए हम पूरी कोशिश कर रहे हैं। इस बीच, मैंने माननीय प्रधानमंत्री को व्यक्तिगत रूप से हस्तक्षेप करने के लिए पत्र लिखा है।” मोदी को लिखे पत्र में दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि शहर अगस्त से कोयले की कमी का सामना कर रहा है। पत्र में कहा गया, “मैं आपका ध्यान कोयले की कमी की स्थिति पर आकृष्ट कराना चाहता हूं जो अगस्त/सितंबर से जारी है और अब तीन महीने होने जा रहे हैं।” पत्र में कहा गया, “दिल्ली को बिजली आपूर्ति करने वाले प्रमुख केंद्रीय उत्पादन संयंत्र इससे प्रभावित हैं।” 

Anil dev

Advertising