दुश्मन के खेमे में मचेगी ‘प्रलय’, जमीन से जमीन पर मार करने वाली मिसाइल का हुआ सफल परीक्षण

Wednesday, Dec 22, 2021 - 02:43 PM (IST)

नेशनल डेस्क: रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने देश में ही विकसित सतह से सतह पर मार करने वाली ‘प्रलय' मिसाइल का बुधवार को सफल परीक्षण किया। प्रलय का परीक्षण ओडिशा में डा ए पी जे अब्दुल कलाम द्वीप से किया गया और इसने अपने सभी लक्ष्यों को पूरा किया। परीक्षण के दौरान मिसाइल की सभी प्रणालियों ने सफलता के साथ काम किया और पूरी सटीकता के साथ निशाने को भेदा। नयी प्रौद्योगिकी से लैस इस मिसाइल को मोबाइल लांचर से दागा जा सकता है और यह 150 से 500 किलोमीटर तक मार करने में सक्षम है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और डीआरडीओ के अध्यक्ष डा जी सतीश रेड्डी ने मिसाइल के विकास और परीक्षण से जुडी टीमों को बधाई दी है। 


चीनी मिसाइल का सामना करने में सक्षम
सूत्रों का कहना है कि इस मिसाइल का जिक्र डीआरडीओ ने साल 2015 में किया था. उसने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में बताया था कि यह बैलिस्टिक मिसाइल प्रलय है, जो चीन की बैलिस्टिक मिसाइलों का सामना करने में पूरी तरह सक्षम है। इस मिसाइल की खासियत ये है कि इसे जमीन के साथ-साथ कन्सटर से भी दागा जा सकता है। मिसाइल इस तरह से बनाई गई है, जिससे यह अन्य कम दूरी वाली मिसाइलों की तुलना में कहीं अधिक घातक है। यह अपने लक्ष्य पर सटीक निशाना साधने के साथ ही उसे ध्वस्त करने की क्षमता भी रखती है।

इससे पहले परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि प्राइम का भारत ने शनिवार को सफल परीक्षण किया था। दो हजार किलोमीटर तक की मार करने में सक्षम इस नेक्स्ट जेनरेशन मिसाइल का टेस्ट ओडिशा के बालासोर में किया गया। इस मिसाइल को भी डेवेलप डीआरडीओ के वैज्ञानिकों ने ही किया था।

 

Anil dev

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