कॉर्नर शॉट वेपन सिस्टम: DRDO ने बनाया विशेष हथियार, छिपे हुए आतंकी पल भर में होंगे ढेर

Monday, Mar 28, 2022 - 11:26 AM (IST)

नेशनल डेस्क: रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डी.आर.डी.ओ.) द्वारा विकसित कॉर्नर शॉट वैपन सिस्टम एक आधुनिक हथियार है, जो जम्मू-कश्मीर में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सी.आर.पी.एफ.) को आतंकियों का मुकाबला करने के लिए दिया गया है।
इस हथियार का खास डिजाइन अर्ममैंट रिसर्च एंड डिवैल्पमैंट एस्टैब्लिशमैंट पुणे ने तैयार किया है। यह सिस्टम एक तरफ को झुक जाता है, इसका वीडियो जवान को दुश्मन की पूरी स्थिति दिखाता है और वह दुश्मन को चौंकाते हुए किसी भी दीवार के किनारे से कॉर्नर अटैक कर सकता है। इसे शहरी इलाके खासकर मकानों के आसपास की स्थिति के लिए डिजाइन किया गया है। 

एक दशक का प्रयास : इस हथियार के विकास पर करीब एक दशक पहले काम शुरू हुआ था। मार्च 2019 में यह बनकर तैयार हुआ। शुरूआती ट्रायल्स के बाद सी.आर.पी.एफ. और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इसकी खरीद की। जुलाई 2020 में डी.आर.डी.ओ. ने इस तकनीक को भारत इलैक्ट्रॉनिक लि. (बी.ई.एल.) पुणे, और जेन टैक्नोलॉजी लि. हैदराबाद को उत्पादन के लिए हस्तांतरित कर दिया।

बनावट: रक्षा सूत्रों के मुताबिक कॉर्नर शॉट वैपन सिस्टम एल्यूमीनियम अयस्क से बना है, इसलिए काफी हल्का और टिकाऊ है। इसके अगले हिस्से में वैपन, कैमरा, लेजर, इन्फ्रारैड इलुमिनेटर तथा टॉर्च है। पिछले हिस्से में डिस्प्ले स्क्रीन, इलैक्ट्रॉनिक्स, बैटरी और इसे घुमाने तथा चलाने का तंत्र है। कलर डिस्प्ले, डिजिटल जूम, होट की और हाईपावर बैटरी की वजह से यह आतंकवाद विरोधी अभियानों के लिए काफी उपयोगी हथियार है। यह दिन और रात दोनों में कारगर है।

कॉर्नर शॉट वैपन का इतिहास
20वीं सदी की जंगों के बीच इस तरह के हथियारों की जरूरत लगातार महसूस हो रही थी जो दुश्मन को चकमा दें और उन्हें किसी और कोण से बैठकर चलाया जाए ताकि इनके पीछे मौजूद जवान सुरक्षित रहें। इसके लिए कई प्रयास हुए।

1. पैरीस्कोप राइफल : पहले विश्वयुद्ध के समय आस्ट्रेलिया सैनिक लांस कारपोरल विलियम बीच को इस राइफल का विचार तब आया जब उसके कई साथी सिर में गोली लगने से मारे गए। तब उसने अपनी ली एनफील्ड 303 की राइफल नाल को बीच से काटकर झुका दिया और एक शीशे से पैरीस्कोप बनाया, जो खंदक में उसे दुश्मन की मौजूदगी दिखाता था। 

2. क्रुम्मलौफ : इसकी खोज जर्मनी में हुई और क्रुम्मलौफ का अर्थ है मुड़ी हुई बैरल। इसे 44 असाल्ट राइफल में सुधार कर बनाया गया था। 3. द कॉर्नर शॉट: इसराईल ने वर्ष 2000 में इसे तैयार किया। इसको इसराईली सेना के एक सेवानिवृत्त लैफ्टिनैंट कर्नल अमोस ग्लोन ने तैयार किया था। 

Anil dev

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