"कोरोना महामारी का बच्चों के मानसिक, शारीरिक स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ सकता है"

Wednesday, Jul 21, 2021 - 07:04 PM (IST)

नेशनल डेस्क: देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर भले ही कमजोर पड़ गई है, लेकिन  सामने तीसरी लहर की आशंका मुंह बाए खड़ी है। ये लहर कब आएगी इसका ठीक अंदाजा लगा पाना अभी मुश्किल है लेकिन डॉक्टरों और एक्सपर्ट्स का मानना है कि तीसरी लहर बच्चों के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकती है। वहीं लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभाग के निदेशक डॉ प्रवीण कुमार ने कहा की इस चल रही कोरोना महामारी से बच्चों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।

बच्चे महामारी के चलते एक साल से भी अधिक समय से अपने घर से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। डॉक्टर कुमार ने आगे बताया कि घरों में बीमार लोगों, और माता पिता की आमदनी में महामारी के चलते हुए नुकसान से भी तनाव बढ़ रहा है।



AIIMS चीफ गुलेरिया बोले-भारत के बच्चों की इम्यूनिटी मजबूत
वहीं इससे पहले एम्स के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया का बड़ा बयान आया था। डॉ रणदीप गुलेरिया ने कहा था कि देश को एक बार स्कूलों को फिर से खोलने पर विचार करना चाहिए। इंडिया टुडे के साथ बातचीत में डॉ गुलेरिया ने कहा कि भारत के बच्चों की इम्यूनिटी काफी मजबूत है और मैं सोचता हूं कि हमें स्कूलों को फिर से खोलने पर सहमत हो जाना चाहिए। डॉ गुलेरिया ने कहा कि मैं उन जिलों में स्कूलों को खोलने की बात कर रहा हूं, जहां कोरोना के मामले काफी कम हुए हैं। गुलेरिया ने कहा कि 5 प्रतिशत से कम पॉजिटिविटी रेट वाले स्थानों के लिए यह योजना बनाई जा सकती है। हालांकि उन्होंने साथ में यह भी कहा कि अगर फिर से संक्रमण फैलने के संकेत मिलते हैं तो स्कूलों को तुरंत बंद किया जा सकता है। लेकिन उससे पहले स्कूलों को खोलने पर विचार जरूर करना चाहिए। 

Anil dev

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