राजनाथ का बड़ा बयान, कहा- महात्मा गांधी के कहने पर सावरकर ने अंग्रेजों के सामने लगाई थी दया याचिका

Wednesday, Oct 13, 2021 - 10:49 AM (IST)

नेशनल डेस्क: बीजेपी के वरिष्ठ नेता और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वीर सावरकर को लेकर बड़ा बयान दिया है। उदय माहूरकर और चिरायु पंडित की पुस्तक ‘‘वीर सावरकर हु कुड हैव प्रीवेंटेड पार्टिशन’’ के विमोचन कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि हिंदुत्व के प्रतीक सावरकर ने महात्मा गांधी के सुझाव पर अंडमान जेल में कैद के दौरान ब्रिटिश सरकार के समक्ष दया याचिका दायर की थी, लेकिन स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान को अलग विचारों को मानने वालों ने बदनाम किया और इसे अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। 

राजनाथ सिंह ने कहा,  एक खास विचारधारा से प्रभावित तबका वीर सावरकर के जीवन और विचारधारा से अपरिचित है और उन्हें इसकी सही समझ नहीं है, वे सवाल उठाते रहे हैं। राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारे राष्ट्र नायकों के व्यक्तित्व और कृतित्व के बारे में वाद प्रतिवाद हो सकते हैं, लेकिन उन्हें हेय दृष्टि से देखना किसी भी तरह से उचित और न्यायसंगत नहीं कहा जा सकता है। वीर सावरकर महान स्वतंत्रता सेनानी थे, ऐसे में विचारधारा के चश्मे से देखकर उनके योगदान की अनदेखी करना और उनका अपमान करना क्षमा योग्य नहीं है।

उन्होंने कहा, वीर सावरकर महानायक थे, हैं और भविष्य में भी रहेंगे. देश को आजाद कराने की उनकी इच्छा शक्ति कितनी मजबूत थी, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अंग्रेजों ने उन्हें दो बार आजीवन कारावास की सजा सुनाई, कुछ विशेष विचारधारा से प्रभावित लोग ऐसे राष्ट्रवादी पर सवालिया निशान लगाने का प्रयास करते हैं। राजनाथ सिंह ने कहा कि अंग्रेजों के समक्ष दया याचिका के बारे में एक खास वर्ग के लोगों के बयानों को गलत ठहराते हुए यह दावा किया कि महात्मा गांधी के कहने पर सावरकर ने अंग्रेजों के समक्ष दया याचिका दी थी। उन्होंने कहा कि सावरकर के बारे में झूठ फैलाया गया। 

Anil dev

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