आतंकवाद को शाह की खुली चुनौती, कहा- बिना बुलेट प्रूफ सुरक्षा के मौजूद हूं, आप भी अपने दिल से खौफ निकालिए

Monday, Oct 25, 2021 - 03:46 PM (IST)

नेशनल डेस्क: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर में सीमा पार से दखल और उससे सहानुभूति रखने वाले लोगों के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए सोमवार को कहा कि सरकार पाकिस्तान के बजाय घाटी के लोगों से बात करेगी और उनकी समस्याओं को सुनेगी। शाह ने जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए मोदी सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि कश्मीर में अमन चैन में खलल डालने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा। उन्होंने कहा कि इस केंद्र शासित क्षेत्र के वर्तमान शासन ने भ्रष्टाचार खत्म करने के लिये प्रशासन में बदलाव किए हैं और आज लोगों को किसान सम्मान और गरीबों को पेंशन जैसी योजनाओं का पैसा सीधा उनके खाते में पहुंच रहा है। शाह तीन दिन की जम्मू-कश्मीर यात्रा के आखिरी दिन श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर प्रेक्षागार में सरपंचों की सभा को संबोधित कर रहे थे।



गृह मंत्री ने कहा, ‘‘ मैं कश्मीर के लोगों से बात करने आया हूं। मैं यहां के युवाओं के साथ दोस्ती चाहता हूं।'' उन्होंने कहा कि घाटी के लोगों को गुमराह किया जाता है। हमारी सरकार का प्रयास है कि कश्मीर का विकास देश के अन्य हिस्सों से अधिक हो। मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र को गांव-गांव तक पहुंचाया है। पंचायत के चुनाव में भारी संख्या में लोगों ने भाग लिया है। उन्होंने कहा,‘‘70 साल तक यहां लोकतंत्र को बाधित किया गया है, अब पहली बार यहां लोगों को संविधान का पूरा लाभ मिल रहा है।‘पहाड़ी भाइयों'को पहली बार आरक्षण का लाभ प्राप्त हुआ है।'' उन्होंने घाटी के लोगों से गुमराह न होने और पत्थरबाजी का दौर फिर न आने देने की अपील की। उन्होंने कहा कि आप भी अपने दिल से खौफ निकाल दिजिए।



शाह ने कहा, ‘‘ फारुक (अब्दुल्ला) साहब पाकिस्तान से बात करने की सलाह देते हैं। मैं घाटी के लोगों से बात करूंगा।'' उन्होंने कहा, ‘‘वे कहते हैं कि पाकिस्तान से बात करो, हुरिर्यत से बात करो और ऐसा करके उन्होंने जम्मू-कश्मीर में पर्यटन को खत्म कर दिया। गृह मंत्री ने सवाल किया कि इस तरह की बातें करने वालों का उद्देश्य क्या है?'' उन्होंने सभा में अपनी सुरक्षा के लिए बनाए गए बुलेट प्रूफ घेरे को हटवा दिया था और उन्होंने कहा, ‘‘ मैं आप लोगों के बीच में बिना बुलेटप्रूफ कवर के आया हूं। मैं घाटी के युवाओं से दोस्ती चाहता हूं।'' गृह मंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में हर घर में बिजली और पानी पहुंचाने का लक्ष्य पूरा किया जाएगा। उन्होंने श्रीनगर में सरपंचों की सभा में कहा,‘‘ घाटी में भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिये प्रशासन में बदलाव किए गए हैं। कश्मीर की जनता को गुमराह करने की कोशिशें की जाती हैं। '' 



शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार का प्रयास है कि जम्मू-कश्मीर में देश के अन्य क्षेत्रों से भी अधिक विकास हो। 2022 तक जम्मू-कश्मीर में नल से पानी की सुविधा उपलब्ध करा दी जायेगी। उन्होंने कहा कि घर-घर शौचालय, गैस सिलेंडर, नल का पानी और बिजली पहुंचाने का काम जम्मू-कश्मीर में तेजी से चल रहा है। उन्होंने कहा कि पहले यहां सत्ताधारी लोग साल में छह-छह महीने लंदन में गुजारते थे। पर अब ऐसा नहीं है। उनका इशारा पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला की ओर था। उन्होंने इसी संदर्भ में कहा कि कल करवाचौथ के दिन भी मनोज भाई (मनोज सिन्हा) अपने काम में लगे हुये थे। सरपंचों की इस सभा को जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी संबोधित किया।

Anil dev

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