कोविड के वैश्विक टीकाकरण में भारत-अमेरिका की भूमिका महत्वपूर्ण: तरणजीत सिंह संधू

punjabkesari.in Thursday, Feb 24, 2022 - 03:58 PM (IST)

इंटरनेशनल डैस्क: अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू ने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ दुनिया भर के लोगों के टीकाकरण के लिए भारत और अमेरिका की स्वास्थ्य क्षेत्र में साझेदारी और भूमिका अहम है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में वैश्विक टीकाकरण प्राथमिकता की नीति होनी चाहिए। संधू ने कहा कि टीकाकरण का वैश्विक मानचित्र कम विकसित देशों में असमानता की कहानी कहता है, जिनमें अफ्रीका के देश शामिल हैं जहां पर 10 प्रतिशत या इससे भी कम आबादी का टीकाकरण हुआ है।

सभी देशों का टीके मुहेया करवाने पर चर्चा
संधू  ‘सभी के लिए टीका '' विषय पर आयोजित एक वर्चुअल गोलमेज बैठक में प्रतिभागियों को संबोधित कर रहे थे। इस बैठक में  बिल गेट्स भी शामिल हुए। इस दौरान सभी देशों को सुरक्षित, सस्ते और विश्वसनीय टीके मुहैया कराए जाने के मुद्दे पर चर्चा हुई। इस सम्मेलन में ‘बिल ऐंड मिलिंडा फाउंडेशन' के सह अध्यक्ष के अलावा नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल, विश्व स्वास्थ्य संगठन की मुख्य वैज्ञानिक डॉ.सौम्या स्वामीनाथन, ह्यूस्टन स्थित बायलर कॉलेज ऑफ मेडिसिन के प्रोफेसर पीटर जे हॉट्ज आदि ने भी शिरकत की।

पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा महत्वपूर्ण
संधू ने कहा कि मैं पिछले साल द्विपक्षीय, क्वाड और बहुपक्षीय स्तरों पर गहन व्यस्तताओं की ओर इशारा करना चाहता हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा, राष्ट्रपति (जो) बाइडेन के साथ द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन और क्वाड शिखर सम्मेलन बहुत ही महत्वपूर्ण, वास्तविक और व्यापक थे। क्वाड वैक्सीन इनिशिएटिव इस साल भारत के बायोलॉजिकल ई द्वारा निर्मित 1 बिलियन जॉनसन एंड जॉनसन टीकों के अपने वादे पर अमल करने की राह पर है।

भारत और अमेरिका के बीच तालमेल मजबूत
स्वामीनाथन ने कहा कि इस वैश्विक महामारी के दौरान अनुसंधान एवं विकास तथा सभी संक्रामक बीमारियों के लिए टीके के विकास के संबंध में काफी कुछ सीखा गया है। संधू ने अपने संबोधन में कहा कि भारत और अमेरिका के बीच स्वास्थ्य क्षेत्र में सहयोग एवं साझेदारी तीन कारणों से अहम है। पहला, टीकों सहित स्वास्थ्य क्षेत्र में भारत और अमेरिका के बीच मजबूत और दीर्घकालिक सहयोग रहा है। दूसरा भारत और अमेरिका के बीच तालमेल मजबूत है। तीसरा द्विपक्षीय वैक्सीन एक्शन प्रोग्राम के परिणामस्वरूप रोटावैक-रोटावायरस के खिलाफ वैक्सीन का विकास हुआ। एक भारतीय कंपनी (भारत बायोटेक) द्वारा विकसित इस टीके से लागत में काफी कमी आई है। उन्होंने कहा कि भारतीय और अमरीकी संस्थानों और शोधकर्ताओं के बीच स्थापित सम्बन्ध और तालमेल कोविड के खिलाफ लड़ाई में अच्छे संकेत हैं।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Anil dev

Recommended News

Related News