कहीं स्कूल हुए बंद तो कहीं नाइट कर्फ्यू... 5 दिन के अंदर कोरोना वायरस नेे ऐसे बदली भारत की सूरत

Saturday, Apr 03, 2021 - 01:45 PM (IST)

नेशनल डेस्क: भारत के एक दर्जन से ज्यादा राज्य कोरोना की दूसरी लहर का सामना कर रहे हैं, जिसे लेकर लोगों से लगातार एहतियात बरतने की अपील की जा रही है। वहीं पिछले 24 घंटों में पूरे देश में कोरोना संक्रमण के 89,129 नए मामले सामने आए हैं, जो कि 19 सितंबर, 2020 के बाद का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इसी के साथ देशभर में पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़कर 1,23,92,260 हो गई है। एक दिन में इस महामारी से 714 लोगों की मृत्यु हो जाने से मृतकों की संख्या बढ़कर 1,64,110 हो गई है।  इसके बाद सिर्फ 5 दिनों के अंदर ही देश में कोरोना के 3 लाख 52 हजार 616 नए मामले रिपोर्ट हुए। इन पांच दिनों में ही कोरोना की वजह से 2 हजार 267 मौतें भी हुईं। आईए देखते हैं कैसे इन 5 दिनों ने भारत की सूरत बदल कर रख दी। 

दिल्ली में कोरोना सक्रिय मामले बढ़कर 12000 के करीब 
 राजधानी दिल्ली में पिछले 24 घंटे के दौरान सक्रिय मामले 1,400 और बढ़कर 12,000 के करीब पहुंच गए। दिल्ली में शुक्रवार को सक्रिय मामले 1,496 और बढ़कर 11,994 पहुंच गये। राजधानी में नये मामलों की तुलना में स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या में कमी होने से सक्रिय मामलों में यह वृद्धि दर्ज की गयी है। दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार इस अवधि में 3,594 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या 6,68,814 तक पहुंच गयी है जबकि 2,084 और मरीजों के स्वस्थ होने से कोरोना मुक्त लोगों की संख्या बढ़कर 6,45,770 हो गयी। राजधानी में मरीजों के स्वस्थ होने की दर आज आंशिक रूप से घट कर 96.55 फीसदी पर आ गई। इस दौरान 14 और मरीज की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा 11,050 पर पहुंच गया। राजधानी में मृत्यु दर महज 1.65 फीसदी रह गयी है। मृतकों के मामले में देशभर में दिल्ली चौथे स्थान पर है।

लॉकडाउन लगाने की फिलहाल कोई योजना नहीं: केजरीवाल 
 दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोना के बढ़ते केस के मद्देजर शुक्रवार को अपने आवास पर उच्च स्तरीय बैठक की और कहा कि दिल्ली में कोरोना की स्थिति काबू में है और सरकार का लाकडाउन लगाने का फिलहाल कोई विचार नहीं है। केजरीवाल ने स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों साथ बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दिल्ली में कोरोना की स्थिति काबू में है और सरकार का लॉकडाउन लगाने का फिलहाल कोई विचार नहीं है। हम स्थिति पर नजर बनाए हुए है और भविष्य में जरूरत पड़ती है, तो जनता से बात कर कोई निर्णय लिया जाएगा। दिल्ली कोरोना की चौथी लहर का सामना कर रही है, लेकिन यह पिछली लहर से कम गंभीर है। इसलिए अभी घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को 45 साल की उम्र का क्लाज हटा कर सभी उम्र के लोगों को युद्ध स्तर पर वैक्सीनेशन करने की अनुमति दे देनी चाहिए, ताकि कोरोना से शीघ्र निजात मिल सके। 

पुणे में लगाया गया नाइट कर्फ्यू
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को कहा कि अगर कोरोना वायरस की चिंताजनक स्थिति कायम रही तो जल्द ही राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं की किल्लत पैदा हो सकती है। सोशल मीडिया पर राज्य के लोगों को संबोधित करते हुए ठाकरे ने कहा कि कोविड-19 के मामलों की रोकथाम के लिए एक या दो दिनों में सख्त पाबंदी लगाई जाएगी। उन्होंने कहा, अगर मौजूदा स्थिति बनी रही तो मैं लॉकडाउन लगाने की आशंका से इनकार नहीं सकता। महाराष्ट्र में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 47,827 मामले सामने आये जो कोरोना वायरस महामारी शुरू होने के बाद से राज्य में संक्रमण के एक दिन में सामने आये सर्वाधिक मामले हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, राज्य में 2.2 लाख पृथक-वास बिस्तर हैं जिनमें से 62 फीसदी भरे हुए हैं । 20,519 आईसीयू बिस्तरों में से 48 फीसदी पर मरीज भर्ती हैं जबकि ऑक्सीजन की उपलब्धता वाले 62,000 बिस्तरों में से 25 फीसदी पर मरीज हैं। पुणे में कोरोना से हालात इतने बदतर हो गए हैं कि आज से वहां 12 घंटे का नाईट कर्फ्यू लगाया जाएगा। यह कफ्र्यू 7 दिनों के लिए लगाया गया है। 



कर्नाटक ने महामारी पर नियंत्रण पाने के लिए लगाए कई प्रतिबंध 
कर्नाटक में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर राज्य सरकार ने महामारी पर नियंत्रण पाने के लिए प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों में बोर्डिंग और आवासीय छात्रावासों को बंद करने तथा 10वीं, 11वीं और 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए वैकल्पिक उपस्थिति की व्यवस्था करने संबंधी निर्णय लिए हैं। सरकार ने जिमख़ाना, पार्टी सभागार, क्लब और तरणतालों को बंद करने के आदेश दिए हैं। वहीं बसों में सीटों की संख्या से ज्यादा लोगों के सवार होने पर भी रोक लगा दी गयी। कर्नाटक के मुख्य सचिव पी रवि कुमार ने यह आदेश जारी किया है। कक्षा छठी से नौवीं तक व्यक्तिगत तौर पर शामिल होने वाली कक्षाओं को निलंबित करने के साथ ही कुमार ने अपने आदेश में कहा कि 10वीं, 11वीं, 12वीं की कक्षाएं मौजूदा व्यवस्था में जारी रहेंगी। हालांकि इन कक्षाओं में जाकर व्यक्तिगत तौर पर शामिल होना अनिवार्य नहीं है। वहीं उच्च तथा पेशेवर पाठ्यक्रमों की कक्षाओं को भी निलंबित कर दिया गया है। इससे बाहर सिर्फ उन्हीं कक्षाओं को रखा गया है, जिनकी बोर्ड या विश्वविद्यालय परीक्षा होनी है। 



कोरोना को लेकर इन 11 राज्यों ने बढ़ाई देश की चिंता
केंद्र ने शुक्रवार को कहा कि कोविड-19 के रोजाना के मामलों में वृद्धि के कारण चिंताजनक स्थिति वाले 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने रोकथाम गतिविधियों को लागू करने में तेजी नहीं दिखाई है। सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों, पुलिस महानिदेशकों और स्वास्थ्य सचिवों के साथ उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता के बाद कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने इन राज्यों को संक्रमण रोकने के लिए कड़े कदम उठाने को कहा। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक चिंताजनक स्थिति वाले 11 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में महाराष्ट्र, पंजाब, कर्नाटक, केरल, छत्तीसगढ़, चंडीगढ़, गुजरात, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, दिल्ली और हरियाणा हैं। मंत्रालय ने कहा कि 31 मार्च तक 14 दिनों में कोविड-19 के मामलों में इन राज्यों का योगदान 90 प्रतिशत, मौत के मामले में 90.5 प्रतिशत हैं और कई राज्य पिछले साल के शीर्ष मामलों को पार कर चुके हैं या उसके करीब हैं।



भारत में अब तक कोविड-19 के सात करोड़ से अधिक टीके लगाए गए: सरकार 
भारत में अब तक लगाए गए कोविड-19 टीकों की संख्या सात करोड़ को पार कर गई है। शुक्रवार को रात आठ बजे तक 12,76,191 टीके लगाए गए। स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी। शुक्रवार को शाम सात बजे तक की अस्थायी रिपोर्ट के अनुसार, देश में अब तक 1,23,03,131 लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है। मंत्रालय ने कहा कि देश में रात आठ बजे तक कुल 7,06,18,026 टीके लगाए जा चुके हैं। इनमें से 6,13,56,345 लोगों को पहली खुराक दी गई है, जबकि 92,61,681 लोगों को टीके की दूसरी खुराक दी गई है। मंत्रालय ने कहा कि इनमें 89,03,809 स्वास्थ्य कर्मी (एचसीडब्ल्यू) और 95,15,410 अग्रिम मोर्चे के कर्मी शामिल हैं, जिन्होंने पहली खुराक ली है। मंत्रालय ने कहा कि 52,86,132 स्वास्थ्य कर्मी और 39,75,549 अग्रिम मोर्चे के कर्मी ने दूसरी खुराक ली है। मंत्रालय ने कहा कि 45 वर्ष से अधिक उम्र के 4,29,37,126 लाभार्थियों को पहली खुराक दी गई है। मंत्रालय ने कहा, देश भर में कोविड-19 टीकाकरण के 77वें दिन शुक्रवार को रात आठ बजे तक कुल 12,76,191 टीके लगाए गए।
 

Anil dev

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