Naxal Attack: देश के जांबाजों का बढ़ा हौसला, CRPF कैंप में जवानों के साथ शाह ने खाया खाना

Monday, Apr 05, 2021 - 07:17 PM (IST)

नेशनल डेस्क: छत्तीसगढ़ के बीजापुर में कम से कम 22 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए। इस मामले में गृह मंत्री अमित शाह ऐक्शन मोड में हैं। गृह मंत्री ने बीजापुर स्थित सीआरपीएफ कैंप पहुंचकर जवानों का हौसला बढ़ाने की कोशिश की। अपने साथियों को खोने से गम डूबे जवानों के साथ शाह ने जवानों के साथ खाना भी खाया।  इस दौरान उन्होंने जवानों के साथ बातचीत की और उनक हालचाल जाना। इसकी फोटो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं। 

वहीं छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा और बीजापुर जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में 22 जवानों के मारे जाने की घटना पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि सुरक्षा बलों के जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। उन्होंने कहा है कि नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई तीव्रता से जारी रहेगी तथा उसे अंजाम तक पहुंचाया जाएगा। शाह ने सोमवार को बस्तर जिले के मुख्यालय जगदलपुर में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कहा कि उन्होंने छत्तीसगढ़ में मारे गए जवानों को देश, भारत सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने कहा कि जवानों का यह बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा, देश इस लड़ाई को निर्णायक मोड़ पर ले जाने के लिए जवानों के बलिदान को हमेशा याद रखेगा। 

शाह ने कहा, पिछले कुछ वर्षों में नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई निर्णायक मोड़ पर पहुंच गई है तथा इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना ने लड़ाई को दो कदम और आगे बढ़ा दिया है। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री और सुरक्षा बलों के अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान अधिकारियों ने खुद सुझाव दिया है कि इस लड़ाई की तीव्रता में कमी नहीं आनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह दर्शाता है कि हमारे जवानों का मनोबल बरकरार है और ऊंचा है। शाह ने कहा, मैं देश को आश्वस्त करना चाहता हूं कि इस लड़ाई को रोका नहीं जाएगा, बल्कि इसे और अधिक तीव्रता के साथ जारी रख अंजाम तक पहुंचाया जाएगा। इस लड़ाई में हमारी जीत सुनिश्चित है। शाह ने कहा कि विगत पांच-छह वर्षों में छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के भीतर सुरक्षा बलों के शिविरों ले जाने में हमें बड़ी मात्रा में सफलता मिली है। छत्तीसगढ़ शासन और भारत सरकार ने मिलकर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में प्रवेश करने की गति को बढ़ाया है। इससे नक्सली बौखला गए हैं। उनकी हताशा के कारण इस प्रकार की घटनाएं सामने आती है।

Anil dev

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