क्या 5G नेटवर्क की वजह से आई कोरोना की दूसरी लहर? जानिए वायरल पोस्ट की सच्चाई

Monday, May 10, 2021 - 06:47 PM (IST)

नेशनल डेस्क: भारत में कोरोना का खतरा कम होने का नाम नहीं ले रहा है। वहीं देश में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण को लेकर सोशल मीडिया पर अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं। इन्हीं से एक दावा यह है कि 5जी की टेस्टिंग के कारण कोरोना यह फैल रहा है। एक दावा यह भी है कि कोरोना जैसी कोई बीमारी नहीं है, बल्कि 5G टेक्नोलॉजी की टेस्टिंग के परिणाम की वजह से यह महामारी आई है। आईए जानते हैं आखिर क्या है सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस मैसेज की असली सच्चाई।

ये है वायरल मैसेज की असली सच्चाई
वहीं जब इस वायरल मैसेज की पड़ताल की गई तो इसमे कोई सच्चाई नहीं मिली। WHO और स्वास्थ्य मंत्रालय दोनों ने कहा है कि ऐसा कोई प्रमाण नहीं है कि कोविड 19 मामलों और मौतें 5G नेटवर्क की वजह से हो रही हैं । हम लोगों से अपील करते हैं कि वे इस तरह की आधारहीन गलत सूचना को सच न मानें। दुनिया में पहले ही कई देशों में 5जी नेटवर्क शुरू हो चुके हैं और लोग सुरक्षा के साथ इन सेवाओं का इस्तेमाल कर रहे हैं।' उन्होंने कहा़,  5जी तकनीक और कोविड-19 के बीच कोई लेना-देना नहीं है। वायरल पोस्ट में किए जा रहे दावों का कोई प्रमाण नहीं है। भारत में 5G ट्रायल अभी अपने शुरुआती दौर पर हैं और अभी तक बहुत ही कम ट्रायल किए गए हैं।

टेस्टिंग पर रोक की मांग
वायरल पोस्ट में यह भी कहा गया है कि रेडिएशन की वजह से घर में हर जगह करंट लगता रहता है और गला सामान्य से कुछ ज्यादा सूखता है। इन पोस्ट में कहा गया है कि यदि इन 5G टावरों की टेस्टिंग पर रोक लगा दी जाए, तो सब ठीक हो जाएगा। इन संदेशों को शेयर करने वाले कुछ लोगों ने अपने साथ ऐसा होने का दावा भी किया है। कोरोना महामारी को लेकर फैलाई जा रही इन खबरों WHO ने सिरे से नकारते हुए फर्जी बताया है। वहीं ये वायरल  पोस्ट की सत्यता जाने बिना लोग लगातार इसे शेयर कर रहे हैं। 

 

 

 

 

 

Anil dev

Advertising