Farmers Protest: 29 दिसंबर को किसानों और सरकार के बीच फिर होगी बातचीत

Saturday, Dec 26, 2020 - 05:37 PM (IST)

नेशनल डेस्क: कृषि सुधार कानूनों के विरोध में किसान संगठन की ओर से राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर लगातार धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। इस बीच आज संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में किसानों ने फैसला किया है कि वो 29 दिंसबर (मंगलवार) को सुबह 11 बजे सरकार के साथ नए कृषि कानूनी पर चर्चा करेंगे। किसानों ने बातचीत के लिए 4 सूत्रीय एजेंडा तैयार किया है जिसमें नए कृषि कानून की वापसी, एमएसपी की गांरटी नए बिजली और प्रावधान पर चर्चा, नए विद्युत अधिaनियम 2020 में संशोधन को लेकर चर्चा आदि हैं। गौरतलब है कि पिछले 1 महीने से सिंघु बॉर्डर पर पंजाब और हरियाणा के किसान लगातार नए कृषि कानूनों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। बता दें कि सरकार और किसानों के बीच अंतिम वार्ता 5 दिसंबर को हुई थी, जिसके बाद दोनों के बीच चर्चा बंद हो गई थी, हालांकि सरकार के बार-बार अनुरोध करने के बाद सरकार ने फिर से बातचीत करने का फैसला किया है।


कृषि कानून: पंजाब से और किसान दिल्ली की सीमाओं की ओर बढ़े
वहीं केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ लगभग एक महीने से आंदोलन कर रहे किसानों का साथ देने के लिए शनिवार को पंजाब से किसानों के कई जत्थे राशन और अन्य आवश्यक सामान अपने साथ लेकर दिल्ली की सीमाओं की ओर बढ़े। किसान यूनियन के नेताओं के अनुसार संगरूर, अमृतसर, तरनतारन, गुरदासपुर और बठिंडा जिलों समेत विभिन्न स्थानों से किसान सिंघू और टिकरी बॉर्डरों की ओर बढ़ रहे है। उन्होंने शनिवार को पंजाब के कई हिस्सों में कोहरे और शीत लहर की स्थिति के बावजूद यात्रा शुरू की। ट्रैक्टर ट्रॉली, कारों और अन्य वाहनों से बुजुर्गों और महिलाओं सहित किसान राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं की ओर बढ़ रहे है। इन वाहनों को अमृतसर-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर देखा गया। ऐसा लगता था कि किसानों को लंबे समय तक रहने के लिए तैयार किया गया है क्योंकि उनकी ट्रॉलियों में उनका राशन और अन्य आवश्यक सामान भी था।

भारतीय किसान यूनियन (एकता उग्राहन) ने दावा किया कि राष्ट्रीय राजधानी के निकट प्रदर्शनस्थलों की ओर खनौरी और डबवाली सीमाओं से हजारों किसान मार्च करेंगे। संगठन के महासचिव सुखदेव सिंह ने कहा कि जो नये जत्थे आ रहे हैं, उनमें कई महिलाएं भी शामिल हैं। इस बीच शनिवार को हरियाणा में करनाल, सिरसा, रोहतक और झज्जर जिलों समेत कई स्थानों पर आंदोलनकारी किसानों ने कुछ राष्ट्रीय राजमार्गों पर टोल वसूले जाने में व्यवधान उत्पन्न किया। हालांकि गुरूग्राम और पलवल जिलों में विभिन्न टोल प्लाजा पर कामकाज सामान्य रहा। गौरतलब है कि पंजाब, हरियाणा और देश के विभिन्न हिस्सों से आये किसान केन्द्र के तीन नये कृषि कानूनों को रद्द किये जाने की मांग को लेकर पिछले लगभग एक महीने से राष्ट्रीय राजधानी की विभिन्न सीमाओं पर आंदोलन कर रहे हैं। 

 

Anil dev

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