दीपावली पर दिल्ली में नहीं जलेंगे पटाखे, CM केजरीवाल ने किया बैन का ऐलान

Thursday, Nov 05, 2020 - 01:04 PM (IST)

नेशनल डेस्क: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना और वायु प्रदूषण की समस्या का हवाला देते हुए कहा कि इस बार भी दीपावली पर पटाखे जलाने की अनुमति नहीं होगी। उन्होंने कहा कि पिछली बार की तरह इस बार भी हम पटाखे नही जलाएंगे। इस बार दिल्ली के सभी 2 करोड़ लोग एक साथ मिलकर दीवाली मनाएंगे। मैं अपने मंत्रियों के साथ  मिलकर 14 तारीख को 7.39 बजे बजे पर लक्ष्मी पूजन करुंगा।

केजरीवाल ने कहा जिस तरह हमने पिछले वर्ष दीपावली पर पटाखे नहीं जलाने का संकल्प लिया था और दिल्ली के दिल कनॉट प्लेस में जुटकर दीपावली की खुशियां बांटी थीं। उसी तरह इस वर्ष भी हम साथ मिलकर दिवाली मनाएंगे लेकिन पटाखे नहीं जलाएंगे।  उन्होंने कहा कि हम देख रहे हैं चारों तरफ आसमान भरा हुआ है धुएं से और इसकी वजह से कोरोना की स्थिति और खराब हो रही है। किसी भी हालत में पटाखे नहीं जलाना। अगर पटाखे जलाएंगे तो अपने ही बच्चों की जिंदगियों के साथ खेलेंगे, अपने ही परिवार की जिंदगी के साथ खेलेंगे।  जब दो करोड़ दिल्लीवासी एक साथ लक्ष्मीपूजन करेंगे तो अलग ही नजारा होगा। 


दिल्ली कोरोना वायरस की तीसरी लहर: केजरीवाल 
इससे पहले केजरीवाल ने कहा था कि राष्ट्रीय राजधानी में पिछले कुछ दिनों में कोविड-19 के नये मामलों में वृद्धि हुई है और इसे महामारी की तीसरी लहर कहा जा सकता है। उन्होंने कहा कि लेकिन घबराने की जरुरत नहीं है और सरकार हालात पर लगातार नजर रखे हुए है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शहर में कोविड-19 मरीजों के लिए बिस्तरों की कमी नहीं है, हालांकि कुछ निजी अस्पतालों में वेंटिलेटर युक्त आईसीयू बिस्तरों की कमी है, इसका निदान भी एक-दो दिन में कर लिया जायेगा। राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 के नए मामले आ रहे हैं और मंगलवार को पहली बार दिल्ली में 6,000 से ज्यादा नये मामले सामने आये हैं। 

उन्होंने संवाददाताओं से कहा, दिल्ली में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि हुई है। मुझे लगता है कि हम इसे महामारी की तीसरी लहर कह सकते हैं... हम हालात पर लगातार नजर रख रहे हैं और घबराने की जरुरत नहीं है। हम सभी जरूरी कदम उठाएंगे। उन्होंने कहा कि सितंबर के अंत और अक्टूबर की शुरुआत में दिल्ली में 3,000 से भी कम नए मामले सामने आ रहे थे। केजरीवाल ने कहा, दिल्ली में कोविड-19 की दूसरी लहर 17 सितंबर को अपने चरम पर थी जिस दिन शहर में 4,500 नए मामले आए थे। उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता दिल्ली में कोविड-19 के मरीजों को सबसे अच्छा इलाज मुहैया कराना और मृत्यु दर को कम से कम रखना है।

Anil dev

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