इस बड़े सेक्टर की नौकरियां खाने को तैयार AI, जानें कैसे बचा पाएंगे Job?

Friday, Mar 08, 2024 - 10:23 AM (IST)

नेशनल डेस्क: दुनिया के कारोबार में अपने पैर तेजी से जम रही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कई लोगों को बेरोजगार कराने की कगार पर है। जहां इस टेक्नाॅलजी का ढेरों फायदें है वहीं इसके नुकसान से आम आदमी का जीवन खतरे में है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जहां साइबर ठगी के मामले बढञ गए है वहीं इसने डीप फेक जैसे नए फ्रॉड के तरीकों से लाखों की जिंदगी को जोखिम में डाल दिया है।

वहीं, एक्सपर्ट्स ने बड़े पैमाने पर AI से नौकरियां जाने की आशंका जताई है। खास तौर पर IT इंडस्ट्री की संस्था Nasscom के चेयरमैन राजेश नांबियार ने चेतावनी और  चिंता जाहिर करते हुए बताया  कि इससे सबसे बड़ा खतरा बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग यानी BPO सेक्टर पर है।  

BPO सेक्टर में नौकरियों पर AI से संकट!
अगर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने BPO सेक्टर में नौकरियों की जगह लेना शुरू कर दिया तो कई लोगों की नौकरियां खत्म हो जाएंगी। हालांकि राजेश नांबियार ने कहा है कि इससे भारतीय टेक इंडस्ट्री के मुख्य आधार सॉफ्टवेयर सर्विस इंडस्ट्री के कर्मचारियों को ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है। हालांकि देश की GDP में महत्वपूर्ण हिस्सेदारी रखने वाले 250 अरब डॉलर के भारतीय टेक सेक्टर की नौकरियों पर भी AI का असर जरूर पड़ेगा।  

जानें कैसे बचा पाएंगे नौकरी?
नांबियार के मुताबिक, अगर आईटी सेक्टर में लोगों को नौकरी बचानी है तो उन्हें  AI का इस्तेमाल करना सीखना होगा। इसी वजह से ज्यादातर आईटी सर्विस देने वाली कंपनियां अपने कर्मचारियों को AI में ट्रेन करने के लिए निवेश कर रही हैं। कंपनियों को पता है कि आने वाले समय में अपने क्लाइंट्स की डिमांड को आसानी से पूरा करने के लिए AI का सहारा लेना पड़ेगा।  नांबियार ने कहा कि जेनरेटिव AI ऑफिस वाली नौकरियों पर ज्यादा असर डालेगा। हर कंपनी इस AI तकनीक का इस्तेमाल कर अपनी लागत घटाएगी और मुनाफा ज्यादा बटौरेगी। उन्होंने कहा कि AI आने वाले 5-10 सालों में काफी पैर पसार लेगी।  इतना ही नहीं ब्रोकरेज में इक्विटी एनालिस्ट या statistician की नौकरी पर AI संकट पैदा कर सकता है। 

Anu Malhotra

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