अररिया में गरजे पीएम मोदी, बोले- आज बिहार में गुंडागर्दी हार रही है, परिश्रम फिर जीत रहा है

Tuesday, Nov 03, 2020 - 11:51 AM (IST)

नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि बिहार की पवित्र भूमि ने ठान लिया है कि इस नए दशक में बिहार को नई ऊंचाई पर पहुंचाएंगे। बिहार के लोगों ने जंगलराज को, डबल-डबल युवराजों को सिरे से नकार दिया है। प्रधानमंत्री अररिया के फारबिसगंज में एक जनसभा को संबोधित कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर हमले के साथ साथ बिहार के लोगों का साथ देने के लिए धन्यवाद भी किया है। पीएम मोदी के संबोधन की मुख्यें बातें इस प्रकार:-

 

अहंकार हार रहा है

  • देश के कई स्थानों पर आज उप-मतदान चल रहे हैं। बिहार में भी कई जगह चुनाव चल रहा है।
  • चुनाव लोकतंत्र का बड़ा उत्सव होता है। इस उत्सव में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेना हर नागरिक की जिम्मेदारी है। यही उज्ज्वल भविष्य की गारंटी भी है।
  • आज बिहार में अहंकार हार रहा है, परिश्रम फिर जीत रहा है। आज बिहार में घोटाला हार रहा है, लोगों का हक़ फिर जीत रहा है।
  • आज बिहार में गुंडागर्दी हार रही है, कानून का राज वापस लाने वाले फिर जीत रहे हैं।

 

पहले बिहार में होती थी वोट की लूट

  • आज NDA के विरोध में जो लोग खड़े हैं, वो इतना कुछ खाने-पीने के बाद अब फिर से बिहार को लालच भरी नजरों से देख रहे हैं।
  • लेकिन बिहार की जनता जानती है कि कौन बिहार के विकास के लिए प्रतिबद्ध है और कौन अपने परिवार के विकास के लिए।
  • बिहार वो दिन भूल नहीं सकता, जब चुनाव को इन लोगों ने मजाक बनाकर रख दिया था।
  • इन के लिए चुनाव का मतलब था- चारो तरफ हिंसा, हत्याएं, बूथ कैप्चरिंग। बिहार के गरीबों से इन लोगों ने वोट देने तक का अधिकार छीन रखा था।
  • तब मतदान नहीं होता था, ‘मत छीन लिया जाता था, वोट की लूट’ होती थी, गरीब के हक की लूट होती थी।
  • बिहार में गरीब को सही मायनों में मतदान का अधिकार एनडीए ने दिया है।


गरीब को मिला अना अधिकार 

  • अगर बिहार में पहले जैसे ही हालात होते, तो सच मानिए, गरीब मां का ये बेटा कभी प्रधानमंत्री नहीं बन पाता, आपका प्रधान सेवक नहीं बन पाता।
  • आज जब गरीब को अपना अधिकार मिला है, तो वो उसने देश की राजनीति की दिशा तय करने की कमान भी खुद संभाल ली है।
  • बीते दशक में जंगलराज के प्रभावों को कम किया गया, अब ये दशक बिहार की नई उड़ान का है, नई संभावनाओं का है।
  • बिहार को जब फिर इस बार डबल इंजन की ताकत मिलेगी, तो यहां का विकास पहले से भी तेज गति से होगा।
  • बिहार अब उन लोगों को पहचान चुका है जिनका एकमात्र सपना है कि किसी तरह लोगों को डराकर, अफवाह फैलाकर, लोगों को बांटकर किसी भी तरह से सत्ता हथिया लेना है।
  • इनकी तो बरसों से यही सोच है, इन्होंने यही देखा है, यही समझा है, यही सीखा है।

vasudha

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