मुसलमानों के अधिक बच्चे पैदा करने पर बीजेपी विधायक के बिगड़े बोल

punjabkesari.in Monday, Jan 01, 2018 - 05:48 PM (IST)

नेशनल डेस्क: बीजेपी में बयानवीरों की कमी नहीं हैं। जिनके कारण पार्टी को अक्सर शर्मिंदा होना पड़ता है। इस बार यह मौका राजस्थान के अलवर शहर से बीजेपी विधायक बनवारी लाल सिंघल ने दिया है। उनके एक फेसबुक पोस्ट से विवाद खड़ा हो गया है। इतना ही नहीं उनका यह भी कहना था कि देश में मुस्लिम समाज के द्वारा 2030 तक पूरे देश के शासन की बागडोर अपने हाथों में लेने के लिए सोची-समझी रणनीति के तहत मुस्लिमों की आबादी बढ़ाई जा रही है।

खतरे में हिन्दुओं का अस्तित्व
विधायक का कहना है कि हिन्दू दम्पति एक या दो संतान पैदा कर रहे हैं, जबकि मुस्लिम दम्पति 8 से 14 बच्चे तक पैदा कर रहे हैं। कई बार तो मुस्लिम दम्पति संतान पैदा करने के लिए महिलाओं को खरीदकर लाते हैं और बच्चे पैदा करते हैं। जिस तीव्र गति से मुस्लिम आबादी बढ़ रही है, इससे आने वाले वर्षों में हिंदुओं का अस्तित्व खतरे में आ जायेगा। उन्होंने कहा कि मुस्लिम आबादी अधिक होने पर ज्यादा से ज्यादा राज्यों में मुख्यमंत्री, देश का प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति मुस्लिम होंगे। इसके बाद मुस्लिमों के द्वारा इस तरह के कानून बनाये जाएंगे कि हिंदुओं का अस्तित्व खतरे में आ जायेगा। मुसलमान हिंदुओं को जेल में ठूंस देंगे और हिंदुओं के संसाधनों का खुद इस्तेमाल करेंगे।
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वीडियों के बाद डाली गई पोस्ट
बनवारी लाल सिंघल का कहना है कि एक वीडियो मिलने के बाद उन्होंने यह पोस्ट डाली है। वीडियो में एक संत ने चैनल की लाइव डिबेट के दौरान तथ्यात्मक और संख्यात्मक तथ्य प्रस्तुत किए हैं। संत के द्वारा आंकड़े दिए गए हैं वह सही हैं उसी को आधार मानते हुए समाज के लोगों को जागृत करने के लिए फेसबुक पोस्ट डाली।

लड़कियां खरीदकर कर रहे हैं शादी
विधायक ने बताया कि वीडियो में कहा गया कि जिस देश में मुसलमानों की जनसंख्या 30 फीसदी से अधिक हो जाती है उस देश में मुस्लिमों का कब्जा हो जाता है। ऐसे उदाहरण इतिहास में हमारे देश में भी पूर्व में देखने को मिले हैं। यही नहीं अलवर में ऐसे भी कई मामले सामने आए हैं जहां संतान पैदा करने के लिए मुस्लिम समाज के लोगों ने बिहार, बंगाल से लड़कियों को खरीद कर लाया गया और उनसे दूसरी शादी कर बच्चे पैदा किए जा रहे हैं ताकि वंशवृद्धि को तीव्र गति दी जा सके। बनवारी लाल सिंघल का कहना है कि मुस्लिम समाज के लोगों के लिए शिक्षा और विकास कोई महत्व नहीं रखता है, उनका केवल एक ही मकसद है अधिक से अधिक जनसंख्या वृद्धि कर देश को मुस्लिम राष्ट्र घोषित कराया जाए और यहां की सत्ता पर काबिज होना ही एक लक्ष्य दिखाई देता है।
 


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