नए पोस्टर ब्वॉय बन गुजरात मथेंगे योगी

Saturday, Oct 14, 2017 - 11:25 AM (IST)

नरेन्द्र मोदी के बाद भारतीय जनता पार्टी के नए पोस्टर ब्वॉय बन कर उभर रहे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पार्टी ने अब गुजरात के मोर्चे पर उतारा है। तीन साल सरकार चलाने के बाद जनता में उपजे असंतोष को कम करने के लिए नए चेहरे, मुद्दे और आकर्षण की भाजपा की तलाश आखिरकार योगी पर आ टिकी है। 

भाजपा की रणनीति अपने इस अपेक्षाकृत नए हिन्दुत्व के पोस्टर ब्वॉय का इस्तेमाल आने वाले दिनों में होने वाले राज्यों के विधानसभा चुनावों से लेकर आगामी लोकसभा चुनावों में जमकर करने की है। केरल के कन्नूर में ‘जन रक्षा यात्रा’ का नेतृत्व करने के बाद अब योगी गुजरात की ‘गौरव यात्रा’ का हिस्सा होंगे। यूपी के सीएम और हिंदुत्व के पोस्टर ब्वॉय योगी आदित्यनाथ को गुजरात में आने वाले चुनावों को देखते हुए भेजा जा रहा है। योगी दक्षिणी और उत्तरी गुजरात में यात्रा में शामिल हो रहे हैं।

गौरतलब है कि 2002 के बाद पहली बार गुजरात में ‘गौरव यात्रा’ आयोजित की जा रही है। मोदी के प्रधानंमंत्री बनने के बाद पहली बार गुजरात में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। यूपी में इस साल हुए विधानसभा चुनाव में जो परिवर्तन यात्रा हुई थी उस सफलता को बीजेपी गुजरात में दोहराना चाहती है। गौरव यात्रा के पहले चरण की शुरूआत बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने 1 अक्तूबर को हरी झंडी दिखाकर की। इसके लिए सरदार वल्लभभाई पटेल की जन्मस्थली करमसद को चुना गया। इस यात्रा का नेतृत्व डिप्टी सीएम नितिन पटेल कर रहे हैं। 

इस 1,361 किलोमीटर की यात्रा के दौरान यह यात्रा मध्य और उत्तरी गुजरात की 76 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में जाएगी। इस यात्रा के दूसरे चरण को गुजरात बीजेपी के अध्यक्ष जीतू वघानी ने शुरू किया। यह महात्मा गांधी की जन्मस्थली पोरबंदर से शुरू हुई। यह यात्रा दक्षिणी गुजरात और सौराष्ट्र की 73 विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र में 2,395 किलोमीटर को कवर करेगी। मुख्यमंत्री विजय रूपानी दोनों यात्राओं में अलग-अलग दिनों में शामिल होंगे।

 उत्तर प्रदेश से इतर देश भर के हिंदुओं की बीच बढ़ रही योगी की लोकप्रियता को देखते हुए गुजरात बीजेपी ने योगी से समय मांगा था। भाजपा शीर्ष नेतृत्व का मानना है कि पार्टी में नरेन्द्र मोदी और अमित शाह के बाद तीसरे सबसे लोकप्रिय नेता हैं। इतना ही नहीं देश में जितने भी मुख्यमंत्री है फिलहाल उनमें वो सबसे ज्यादा लोकप्रिय हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की मानें तो पिछले कुछ वर्षों में उत्तर प्रदेश में हिंदुओं के वोट लेने के लिए योगी बीजेपी के लिए सबसे अहम साबित हुए हैं। 

गुजरात में कमजोर हो चुकी हिंदू लहर को देखते हुए भाजपा को चुनाव के लिए किसी हिंदू चेहरे की जरूरत थी। यह जरूरत ओबीसी नेता हर्दिक पटेल और अल्पेश थकोर और दलित नेता जिगनेश मेवानी की जाति आधारित राजनीति के कारण पड़ी। उधऱ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर योगी की लोकप्रियता छह महीने में और बढ़ गई है। उनके अवैध बूचडख़ानों को बंद करने जैसे सख्त फैसलों ने उन्हें लोगों का चहेता बना दिया है। पूरे देश में बीजेपी के नेताओं में योगी की मांग बढ़ गई है। 

भाजपा के लिए रणनीति तैयार करने वालों का कहना है कि योगी को संघ परिवार का हिस्सा बनाते हुए उन्हें गुजरात और केरल के मैदान में उतारा गया है। यह एक बड़ी राजनीति है कि उन्हें हिंदू कट्टरपंथी का एक राष्ट्रीय नेता बनाकर उनकी लोगों के बीच स्वीकार्यता बढ़ाई जा रही है। योगी के गुजरात पहुंचने के ठीक अगले ही दिन 15 अक्तूबर को इस यात्रा का समापन हो रहा है। इस दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी कार्यक्रम के समापन में मौजूद रहेंगे। (हेमंत तिवारी)

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