नकवी ने कांग्रेस पर साधा निशाना, कहा सांप्रदायिक नहीं मोदी सरकार

Tuesday, Jul 17, 2018 - 06:46 PM (IST)

नई दिल्लीः अल्पसंख्यकों खासकर मुसलमानों के विकास को लेकर कांग्रेस, एआईएमआईएम के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मंगलवार को कहा कि मोदी सरकार के विकास की अवधारणा समावेशी है, साम्प्रदायिक नहीं। उन्होंने दावा किया कि केंद्र सरकार विकास में जाति, धर्म, पंथ के आधार पर भेदभाव नहीं करती है।



नकवी ने कहा, ‘‘हमारी सरकार के विकास कार्यक्रम में सबसे अधिक प्राथमिकता गरीब, कमजोर और पिछड़ा वर्गो के साथ ऐसे लोगों पर है जिनपर विकास की रौशनी नहीं पहुंची है।’’ उन्होंने कहा कि पिछले चार वर्षो में इन तबकों तक बिना भेदभाव के विकास का लाभ पहुंचा है और विश्वास का माहौल बना है।



सेना में मुसलमानों के कम प्रतिनिधित्व के बारे में ओवैसी के कथित बयान के बारे में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जो लोग फौज में मुसलमानों की संख्या के बारे में पूछ रहे हैं, ऐसे अज्ञानियों को समझ लेना चाहिए कि फौज में भारत मां के सपूत होते हैं, और वे किसी धर्म और जाति के नहीं होते। फौज को भी साम्प्रदायिक रंग देना विकृत मानसिकता का परिचायक है।



कांग्रेस पर निशाना साधते हुए अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस के फ्रीलांसरों को अपना ज्ञान ठीक कर लेना चाहिए। जब हम 2014 में सरकार में आए थे तब नौकरियों में अल्पसंख्यकों की भागीदारी 4.8 प्रतिशत थी जो पिछले चार वर्षो में बढ़कर 10 प्रतिशत हो गई है। उन्होंने जोर दिया कि नरेंद्र मोदी सरकार में स्कूल के स्तर पर मुस्लिम लड़कियों के पढ़ाई छोडऩे (स्कूल ड्रॉपआउट) की दर 70 प्रतिशत से घटकर 40 प्रतिशत तक पहुंच गई है।



नकवी ने कहा कि केंद्र सरकार ‘मदरसों पर ताला’ नहीं बल्कि ‘तालीम की माला’ चाहती है। कांग्रेस की मुस्लिम पार्टी होने के बारे में राहुल की कथित टिप्पणी संबंधी रिपोर्ट का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यह तो स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस अब जनता की पार्टी नहीं रह गई है। ऐसे में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी कांग्रेस को कभी मुसलमानों की पार्टी, कभी हिन्दुओं की पार्टी और कभी ईसाइयों की पार्टी बता रहे हैं। उन्होंने कहा कि राहुल पहले यह तय कर लें कि कांग्रेस किसकी पार्टी है।      

 

Yaspal

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