मुंबईः फुटओवर ब्रिज हादसा, पिछले घटनाओं से नहीं लिया कोई सबक

Friday, Mar 15, 2019 - 05:44 PM (IST)

नेशनल डेस्कः मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनस रेलवे स्टेशन के पास गुरुवार देर शाम फुटओवर ब्रिज गिर गया। इस हादसे में 3 महिलाओं समेत छह लोगों की मौत हो गई, जबकि 2 दर्जन से अधिक लोग घायल हो हुए हैं। अचानक हुए इस हादसे ने लोगों को बचने के लिए सेकेंड भर का मौका भी नहीं दिया। बताया जा रहा है कि हादसे के वक्त फुटओवर ब्रिज पर करीब 100 लोग मौजूद थे। घायलों में कुछ गंभीर रुप से घायल हैं। हैरानी की बात ये है कि सरकार और स्थानीय प्रशासन ने पिछले हादसों से कोई सबक नहीं लिया। सूत्रों के मुताबिक, रेलवे की ओर से करीब 300 पुलों का सेफ्टी ऑडिट कराया गया था। लेकिन सीएसटी पुल का ऑडिट उसमें शामिल नहीं था। वहीं हादसे की पूरी जिम्मेदारी लेने से बीएमसी और रेलवे ने पल्ला झाड़ लिया है।


2017 में हुआ था एलफिस्टन रेलवे ब्रिज हादसा
साल 2017 में मुंबई के ही परेल एलफिस्टन रेलवे ब्रिज पर भगदड़ मच गई थी। इस भगदड़ में 20 से ज्यादा लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। 30 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। पुल गिरने की अफवाह के बाद मची भगदड़ के चलते यह हादसा हुआ था। हादसे के बाद इसपर सियासी रोटियां भी सेंकी गई। इस लापरवाही के हादसे की जिम्मेदारी किसी ने भी नहीं ली। बाद में जब जांच रिपोर्ट आई तो हादसे का कारण बारिश को बताया गया।



2018 में अंधेरी में भी ढह गया था पुल
साल 2018 में मुंबई के अंधेरी क्षेत्र में रेलवे ब्रिज हादसे में भी कई लोग घायल हुए थे। हादसे में पांच लोगों को गंभीर चोटें आईं थी। हादसे के बाद सामने आया था कि एक साल पहले सेफ्टी ऑडिट के बाद इस फुटओवर ब्रिज को क्लीन चिट मिली थी। हादसे को दुर्भाग्यपूर्ण और अप्रत्याशइत बताते हुए रेल मंत्री पीयूष गोयल ने हादसे की जांच के आदेश दिए। हादसे में घायल हुए लोगों को मुआवजे के तौर पर 1-1 लाख रुपये रुपये दिए गए थे।



रेल चालक की समझदारी से बची थीं कई जान
2018 में अंधेरी के समीप ढहे फुटओवर ब्रिज की चपेट में एक ट्रेन भी आ सकती थी। लेकिन सतर्क ट्रेन चालक ने समय पर आपातकालीन ब्रेक लगाकर ट्रेन को उपनगर अंधेरी में सड़क ओवरब्रिज के ढहने वाले स्थान से कुछ मीटर पहले ही रोक दिया था। चालक की सतर्कता के कारण उसे पांच लाख रुपये बतौर इनाम देने की घोषणा की गई थी।

Yaspal

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