पुलवामा में Msc की पढ़ाई छोड़ युवक ने चुनी आतंक की राह

Wednesday, Jul 04, 2018 - 03:48 PM (IST)

श्रीनगर : कश्मीर में बढ़ते आतंकी विरोधी अभियानों और पुलिस महानिदेशक (डी.जी.पी.) द्वारा बार-बार युवकों को आतंकवाद से दूर रहने के अनुरोधों के बावजूद ज्यादा से ज्यादा युवक आतंकी रैंकों में शामिल हो रहे हैं। उपलब्ध आंकडों के अनुसार इस साल कश्मीर में 87 युवक आतंकी रैंकों में शामिल हो गए जिनमें से ज्यादातर दक्षिण कश्मीर के चार जिलों से हैं। दक्षिण कश्मीर में गत 8 जुलाई 2016 को हिजबुल के पोस्टर बॉय बुरहान वानी की मौत के बाद युवकों द्वारा आतंकियों में शामिल होने में वृद्धि देखा जा रहा है।  गत 19 मार्च को पुलवामा जिला के गंदीबाग काकापुरा के तीन युवक तवसीफ अहमद डार पुत्र अब्दुल रशीद डार, आदिल अहमद भट्ट पुत्र गुलाम हसन भट्ट और समीर अहमद डार (एम.एस.सी. छात्र) पुत्र मोहम्मद सुभान भट्ट लापता हो गए थे। 


सोशल मीडिया पर आज समीर अहमद ने ए.के.-47 राइफल के साथ आतंकी रैंकों में शामिल होने की तस्वीर वायरल हो गई है। तस्वीर के अनुसार समीर जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन में शामिल हो गया है।  बता दें कि गत 1 जनवरी को जिला पुलिस लाइन पुलवामा में फिदायीन हमले के बाद जैश घाटी विशेषकर दक्षिण कश्मीर में अपने पैर जमा रहा है। 
वहीं, समीर के लापता होने के बाद परिवार ने स्थानीय पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट दर्ज कराई है।  पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि वह तस्वीर की सच्चाई की जांच कर रहे हैं। 
 
 

Monika Jamwal

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