रोंगटे खड़े कर देगी मां की यातना: शारीरिक संबंध बनाते हुए देखने के लिए मजबूर करती थी, प्रेमी से 12 साल की बेटी के साथ बार-बार करवाया बलात्कार

punjabkesari.in Wednesday, Nov 05, 2025 - 09:22 AM (IST)

नेशनल डेस्क: केरल से सामने आया यह मामला इंसानियत को शर्मिंदा करने वाला है। एक मां, जिसने अपनी ही बेटी की रक्षा करनी थी, वही अपनी बच्ची के सबसे बड़े दर्द की वजह बन गई। केरल की एक विशेष पॉक्सो अदालत ने इस हैरान कर देने वाले अपराध में दोषी पाए गए दंपती को 180 साल की सजा और ₹11.7 लाख का जुर्माना सुनाया है। अदालत ने कहा कि यह अपराध न केवल कानून के खिलाफ, बल्कि 'मातृत्व के सम्मान पर भी गहरा घाव' है।

कैसे मां ने बेटी को धोखे के दलदल में धकेला
पीड़िता की 30 वर्षीय मां और उसका 33 वर्षीय प्रेमी दो साल तक बच्ची को यातना और यौन हिंसा की भयानक स्थिति में रखते रहे। महिला पहले अपने पति और बच्ची के साथ तिरुवनंतपुरम में रहती थी। वहीं उसकी मुलाकात फोन पर एक व्यक्ति से हुई - यही मुलाकात बाद में उसकी बेटी के जीवन की सबसे बड़ी त्रासदी बन गई। महिला अपने प्रेमी के साथ घर छोड़कर भाग गई और पलक्कड़ तथा मलप्पुरम जिलों में उसके साथ रहने लगी। इस दौरान 12 वर्षीय बच्ची भी उनके साथ थी- और यहीं से शुरू हुआ वह अमानवीय सिलसिला, जो दिसंबर 2019 से अक्टूबर 2021 तक चलता रहा।

जज ने कहा – यह अपराध समाज के लिए चेतावनी है
विशेष न्यायाधीश अशरफ ए.एम. ने कहा कि दोनों ने  POCSO, IPC और Juvenile Justice Act की कई धाराओं का उल्लंघन किया है। उन्होंने टिप्पणी की, “यह मामला समाज के लिए एक भयानक उदाहरण है कि जब मां का प्यार भी हवस के आगे झुक जाए, तब बच्चा किस पर भरोसा करे?” कोर्ट ने यह भी आदेश दिया कि जुर्माने की पूरी रकम पीड़िता को मुआवजे के रूप में दी जाए। यदि आरोपी रकम नहीं देते, तो दोनों की सजा में 20 महीने का अतिरिक्त कारावास जोड़ा जाएगा।

अभियोजन के चौंकाने वाले खुलासे
विशेष लोक अभियोजक सोमसुंदरन ए. ने अदालत को बताया कि मां न केवल अपनी बच्ची के साथ हुए अत्याचार की गवाह थी, बल्कि उसने खुद उसे इस सबका हिस्सा बनने को मजबूर किया। महिला ने बेटी को पोर्न वीडियो दिखाए, बीयर पिलाई, और धमकी दी कि “उसके दिमाग में कैमरा लगा है, अगर वह किसी को कुछ बताएगी तो सबको पता चल जाएगा।” इतना ही नहीं, अभियोजन ने बताया कि महिला ने कई बार बच्ची को अपने और प्रेमी के साथ शारीरिक संबंध देखने के लिए मजबूर किया - ताकि वह डरकर चुप रहे।

कैसे खुला राज़ - जब पुलिस पहुंची घर
यह मामला तब उजागर हुआ जब महिला किसी अन्य विवाद को लेकर मलप्पुरम पुलिस स्टेशन पहुंची। उसने अपने माता-पिता पर दस्तावेज़ न देने का आरोप लगाया था। पुलिस ने जब उसके माता-पिता को समझाने के लिए भेजा, तो पड़ोसियों ने बताया कि बच्ची को ठीक से खाना भी नहीं दिया जा रहा। बच्ची की हालत देखकर दादा-दादी ने चाइल्डलाइन से संपर्क किया। बच्ची को ‘स्नेहिता सेंटर’ नामक शेल्टर होम भेजा गया, जहां उसने पूरी सच्चाई बयां की।

 


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Content Editor

Anu Malhotra