मस्जिद कहीं भी बन सकती है लेकिन मंदिर राम जन्मभूमि पर ही बनना चाहिए : स्वामी

Tuesday, Mar 21, 2017 - 07:09 PM (IST)

नई दिल्ली: अयोध्या राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पर सुप्रीम कोर्ट ने एक टिप्पणी की है। कोर्ट ने कहा कि मसले को न्यायिक तरीके से सुलझाने की बजाय शांतिपूर्ण समाधान निकालना बेहतर है, साथ ही कोर्ट ने विवाद पर मध्यस्थता की पेशकश की है। इस फैसले पर तमाम राजनीतिक-गैर राजनीतिक दलों के लोगों ने अपनी राय व्यक्त की। बीजेपी नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा कि अयोध्या में राम जन्मभूमि पर केवल राम मंदिर ही बनना चाहिए। स्वामी ने कहा कि मस्जिद कहीं भी बनाई जा सकती है, नमाज कहीं भी पढ़ी जा सकती है। राम जन्मभूमि राम मंदिर के लिए है और उस पर केवल राम मंदिर ही बनना चाहिए।

केंद्रीय कानून-न्याय राज्य मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता पी पी चौधरी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा उठाया गया यह एक अच्छा कदम है। भाजपा भी बातचीत के जरिए मामला सुलझाना चाहती है। वहीं, इस मसले पर भाजपा सांसद विनय कटियार ने सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी का स्वागत किया। बाबरी मस्जिद एक्शन कमिटी के संयोजक जफरयाब जिलानी ने कहा कि मसले का शांतिपूर्ण समाधान नहीं हो सकता, यह मामला कोर्ट में ही सुलझ सकता है। शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला कुछ भी हो अयोध्या में तो राम मंदिर बनकर रहेगा। जनता ने कोर्ट से पूछकर भाजपा को वोट नहीं दिया है। 

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