सर्वे में खुलासाः 20 लाख से ज्यादा युवा डायबिटीज और हाइपरटेंशन की चपेट में
punjabkesari.in Thursday, Dec 26, 2024 - 11:43 AM (IST)
नेशनल डेस्क। राजस्थान में 30 साल से अधिक उम्र के करीब 20 लाख युवा डायबिटीज और हाइपरटेंशन जैसे गंभीर बीमारियों का शिकार हो चुके हैं। यह आंकड़ा विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के निर्देश पर चलाए गए एनसीडी (गैर संचारी रोग) प्रोग्राम के तहत किए गए सर्वे में सामने आया है। यह स्थिति बेहद चिंताजनक है क्योंकि इन 20 लाख में से केवल 4.82 लाख मरीज ही अपना इलाज करवा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग अब इन बीमारियों से ग्रसित युवाओं को रोगमुक्त करने के लिए फॉलोअप सर्वे शुरू करने जा रहा है। इस सर्वे का मकसद डोर-टू-डोर जाकर मरीजों को दवाओं के नियमित सेवन और जीवनशैली में सुधार के लिए प्रेरित करना है।
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युवाओं में बीमारियों के कारण
श्रीगंगानगर जिला चिकित्सालय के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. पवन सैनी के मुताबिक युवाओं में डायबिटीज और हाइपरटेंशन के बढ़ते मामलों की मुख्य वजहें इस प्रकार हैं:
- शारीरिक श्रम की कमी: युवा दिनभर बैठे रहते हैं और व्यायाम या शारीरिक श्रम नहीं करते।
- जंक फूड का सेवन: फास्ट फूड और अनहेल्दी डाइट सेहत को बुरी तरह प्रभावित कर रही है।
- डिजिटल स्क्रीन पर ज्यादा समय: मोबाइल और कंप्यूटर पर ज्यादा समय बिताने से तनाव और शारीरिक गतिविधियों में कमी हो रही है।
- तनाव और चिंता: प्रतियोगी परीक्षाओं, नौकरी और व्यवसाय में सफलता की चिंता से मानसिक दबाव बढ़ता है जो सेहत पर बुरा असर डालता है।
सर्वे के अहम तथ्य
- बीमार युवाओं की संख्या: 20 लाख 6 हजार 26।
- इलाज करा रहे मरीज: केवल 4 लाख 82 हजार 775।
- शेष मरीज: करीब 15 लाख मरीज अभी भी इलाज नहीं करवा रहे।
एनसीडी प्रोग्राम का उद्देश्य
राज्यभर में चलाए जा रहे एनसीडी प्रोग्राम का मुख्य उद्देश्य रोगों की प्रारंभिक पहचान और उनका समय पर इलाज करना है। स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी गई है कि वे घर-घर जाकर मरीजों को दवाओं का नियमित सेवन करने और जीवनशैली में सुधार करने के लिए जागरूक करें।
श्रीगंगानगर जिले की स्थिति
श्रीगंगानगर जिला इस प्रोग्राम में सबसे आगे है। यहां स्वास्थ्य विभाग की टीम पूरी सक्रियता से काम कर रही है।
कैसे रोकें इन बीमारियों को?
डॉ. पवन सैनी ने बताया कि इन बीमारियों से बचाव के लिए युवाओं को अपनी जीवनशैली में बदलाव करने की जरूरत है:
: नियमित व्यायाम करें।
: स्वस्थ आहार लें और जंक फूड से बचें।
: डिजिटल स्क्रीन का समय कम करें।
: तनाव से बचने के लिए ध्यान और योग करें।
सरकार का प्रयास
स्वास्थ्य विभाग इन बीमारियों पर लगाम लगाने के लिए हर जिले में अभियान चला रहा है। उम्मीद है कि समय पर इलाज और जागरूकता से स्थिति को संभाला जा सकेगा।