7 राज्यों में 10 हजार से ज्यादा कोरोना के नए मामले, 6 राज्यों में मौतों के आंकड़े चिंताजनक- स्वास्थ्य मंत्रालय

Saturday, May 22, 2021 - 05:40 PM (IST)

नेशनल डेस्कः देश में कोरोना का ग्राफ धीरे-धीरे नीचे आ रहा है। लेकिन मौत का आंकड़ा अभी भी सरकार के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को आंकड़े जारी कर कहा कि देश के सिर्फ सात राज्यों में रोजाना कोरोना के 10 हजार से ज्यादा नए मामले रिपोर्ट हो रहे हैं। जबकि 6 राज्यों में मौतों के आंकड़े चिंताजनक स्तर पर हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव कुमार ने नियमित प्रेस वार्ता में कहा कि देश के 93 जिलों में कोरोना के नए मामले कम होने के साथ पॉजिटिविटी रेट लगातार नीचे गिर रहा है। लव अग्रवाल ने कहा कि ब्लैक फंगस की दवा का उत्पादन बढ़ाने के लिए निर्माता कंपनियां जोरशोर से जुटी हैं। फिलहाल एंबफोटेरेसिन बी देश में सीमित मात्रा में उपलब्ध है। इसका उत्पादन अब तेज किया जा रहा है।

अग्रवाल ने बताया कि औषधि मंत्रालय इसके लिए स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ मिलकर काम कर रहा है। 5 अन्य कंपनियों को इस दवा के उत्पादन के लिए लाइसेंस जारी कर दिया गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि देश में समग्र तौर पर पॉजिटिविटी रेट 20 फीसदी के नीचे आ गया है। कोरोना की रिकॉर्ड संख्या में टेस्टिंग के भी अच्छे परिणाम आ रहे हैं। यह शुक्रवार को 20 लाख से ज्यादा रहे हैं। मंत्रालय ने तमिलनाडु के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई है।

केंद्र सरकार ने माना है कि कोरोना की दूसरी लहर में गांवों में ज्यादा मामले सामने आए हैं। भारत में शनिवार को 2.57 लाख कोरोना के केस दर्ज किए गए हैं। इन 24 घंटों के दौरान 4194 मौतें कोरोना से हुई हैं।

आठ राज्यों में एक लाख से कम एक्टिव केस
संयुक्त सचिव ने बताया कि 8 राज्यों में प्रत्येक में 1 लाख से ज्यादा एक्टिव केस हैं। जबकि आठ राज्य ऐसे हैं, जहां 50 हजार से 1 लाख के बीच एक्टिव केस हैं। जबकि 20 राज्य ऐसे हैं, जहां 50 हजार से कम सक्रिय मरीज हैं। कुल मिलाकर पॉजिटिविटी रेट 20 फीसदी के करीब है।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि  18 राज्यों में यह 15 फीसदी से ऊपर है। जबकि 14 राज्यों में 5 से 15 फीसदी के बीच पॉजिटिविटी रेट है। चार राज्य ऐसे हैं,जहां पॉजिटिविटी दर यानी कुल जांच के मुकाबले मरीजों का अनुपात 5 फीसदी से भी कम है। लव अग्रवाल ने कहा कि कोरोना वैक्सीन की बर्बादी में भी कमी आई है।

Yaspal

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