पाकिस्तान को और झटका, एफएटीएफ ने माना- आतंकियों पर नहीं हुई कार्रवाई

Sunday, Jun 16, 2019 - 08:28 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः पाकिस्तान एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आतंकी फंडिंग पर नजर रखने वाली संस्था फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) के निशाने पर आ गया है। FATF द्वारा दिए गए 27 में से 25 कार्रवाई बिंदुओं पर पाकिस्तान फेल हो गया है। ये सभी कार्रवाई बिंदु, पाकिस्तान को लश्कर और आतंकी संगठन जैसे जमात-उद-दावा और फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन जैसे आतंकी समूहों को फंडिंग की जांच करने के लिए दिए गए थे। पाकिस्तान इनमें से 27 में से 25 कार्रवाई बिंदुओं को पूरा नहीं कर पाया है।

विश्व संस्थाएं कर सकती हैं डाउनग्रेड
FATF की इस कार्रवाई ने पाकिस्तान की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। क्योंकि FTFA की इस कार्रवाई के बाद अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष, विश्व बैंक और यूरोपीय संघ जैसे संस्थान को डाउनग्रेड करेंगे, जिससे उसकी आर्थिक स्थिति और खराब होने की संभावना है।

FATF ने पाकिस्तान से मांगा जवाब
पेरिस स्थिति फाइनेंशिय एक्शन टास्क फोर्स ने रविवार को पाकिस्तान को यह बताने के लिए कहा है कि क्या उसने लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, जमात-उद-दावा और फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन जैसे आतंकी संगठनों द्वारा संचालित स्कूलों, मदरसों, क्लीनिकों और एंबुलेंसों के लिए आवंटित 7 मिलियन अमेरिकी डॉलर में कोई जांच शुरू की है?

जून 2018 में पाकिस्तान को FATF की ‘ग्रे’ सूची में रखा गया था और 27 बिदुओं पर पाकिस्तान को कार्ययोजना दी गई। अक्टूबर 2018 में आखिरी प्लेनरी में इस योजना की समीक्षा की गई और इस साल फरवरी में दूसरी बार, जब भारत को पाकिस्तान आधारित आतंकवादी समूहों के बारे में नई जानकारी प्रस्तुत करने के बाद पाकिस्तान को फिर ‘ग्रे’ सूची में डाल दिया गया। FATF के पाकिस्तान को ‘ग्रे’ सूची में रखने का मतलब आईएमएफ, वर्ल्ड बैंक, एडीबी, ईयू द्वारा अपग्रेड करना और मूडीज, एसएंडपी और फिच द्वारा जोखिम रेटिंग में कमी करना है।

Yaspal

Advertising