Mansoon Session: JDU के हरिवंश नारायण दोबारा चुने गए राज्यसभा के उपसभापति
punjabkesari.in Monday, Sep 14, 2020 - 06:41 PM (IST)
नई दिल्लीः हरिवंश दूसरी बार राज्यसभा के उपसभापति चुने गए नयी दिल्ली, 14 सितंबर (भाषा) सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के उम्मीदवार और जद (यू) के वरिष्ठ नेता हरिवंश सोमवार को दोबारा राज्यसभा के उपसभापति चुने गए। संसद के मानसून सत्र के पहले दिन उच्च सदन की कार्रवाई के दौरान भाजपा सदस्य जे पी नड्डा ने उपसभापति पद के लिए हरिवंश के नाम का प्रस्ताव रखा और उनकी ही पार्टी के थावरचंद गहलोत ने उनके प्रस्ताव का समर्थन किया। सदन में ध्वनिमत से हरिवंश को उपसभापति चुन लिया गया।
I declare that Harivansh ji has been chosen as the deputy chairman of the Rajya Sabha: Rajya Sabha Chairman M.Venkaiah Naidu
— ANI (@ANI) September 14, 2020
A voice vote was conducted for the election of Rajya Sabha deputy chairman. https://t.co/WfOGvFHqxq pic.twitter.com/nBshcec7p6
उनके सभापति चुने जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सदन में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद, राजद के मनोज झा और विभिन्न दलों के नेताओं ने हरिवंश को बधाई दी और नए कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं दीं। प्रधानमंत्री मोदी सहित अधिकतर नेताओं ने सदन चलाने की उनकी शैली की सराहना की। विपक्ष ने राजद नेता मनोज झा को उपसभापति पद के लिए अपना संयुक्त उम्मीदवार बनाया था। सत्तारूढ़ सदस्यों और विपक्ष के प्रस्तावों के बाद सभापति एम वेंकैया नायडू ने ध्वनिमत के आधार पर हरिवंश को निर्वाचित करने की घोषणा की। उच्च सदन में हरिवंश अपने पिछले कार्यकाल में उपसभापति थे। वह एक बार फिर बिहार से उच्च सदन के लिए चुने गए हैं।
इससे पहले पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और हाल ही में दिवंगत तीन सदस्यों के सम्मान में राज्यसभा की बैठक सोमवार को एक घंटे के लिए स्थगित कर दी गई। सभापति एम वेंकैया नायडू ने मॉनसून सत्र के पहले दिन सदन को मुखर्जी और वर्तमान सदस्यों बेनी प्रसाद वर्मा, एम पी वीरेंद्र कुमार तथा अमर सिंह के निधन की जानकारी को दी। उन्होंने हाल ही में दिवंगत 15 अन्य पूर्व सदस्यों तथा प्रख्यात शास्त्रीय गायक जसराज के निधन की भी जानकारी दी। इसके बाद सदस्यों ने कुछ क्षण का मौन रखा।
नायडू ने पूर्व राष्ट्रपति मुखर्जी और दिवंगत सदस्यों के सम्मान में सदन की कार्यवाही को एक घंटे के लिए स्थगित कर दिया। परंपरागत रूप से किसी मौजूदा सदस्य या पूर्व राष्ट्रपति के निधन पर सदन की बैठक पूरे दिन के लिए स्थगित की जाती है। हालांकि कोरोना वायरस महामारी की छाया में 18 दिन के संक्षिप्त सत्र में एक घंटे के लिए ही कार्यवाही स्थगित की गयी।