'बाहर की गर्मी कम नहीं हो रही है और पता नहीं संसद के अंदर की गर्मी का क्या होगा' मानसून सत्र से पहले बोले PM मोदी
Monday, Jul 18, 2022 - 10:40 AM (IST)
नेशनल डेस्क: देश में आज से मानसून सत्र की शुरूआत हो रही है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को सभी राजनीतिक दलों के सदस्यों से संसद का सर्वाधिक उपयोग करने का अनुरोध किया और कहा कि वे खुले मन से विभिन्न विषयों पर चर्चा और वाद विवाद करें तथा जरूरत पड़े तो आलोचना भी करें ताकि नीति और निर्णयों में बहुत ही सकारात्मक योगदान मिल सके।
संसद के मानसून सत्र के पहले दिन संसद भवन परिसर में पत्रकारों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘सब के प्रयासों से ही सदन चलता है, इसलिए सदन की गरिमा बढ़ाने के लिए हम सब अपने कर्तव्यों का निर्वाह करते हुए इस सत्र का राष्ट्रहित में सर्वाधिक उपयोग करें।
इसके साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि यह सत्र मौसम से जुड़ा हुआ है। ऐसे में दिल्ली में भी वर्षा अपना दस्तक देना प्रारंभ कर रही है फिर भी न बाहर की गर्मी कम हो रही है और पता नहीं कि अंदर (संसद के भीतर) गर्मी कम होगी कि नहीं होगी। यह कालखंड एक प्रकार से बहुत महत्वपूर्ण है। यह आजादी के अमृत महोत्सव का कालखंड है।
उन्होंने कहा कि सदन संवाद का एक सक्षम माध्यम होता है और वह उसे ‘‘तीर्थ क्षेत्र’’ मानते हैं जहां खुले मन से, वाद-विवाद हो और जरूरत पड़े तो आलोचना भी हो। उन्होंने कहा कि उत्तम प्रकार की समीक्षा करके चीजों का बारीकी से विश्लेषण हो ताकि नीति और निर्णयों में बहुत ही सकारात्मक योगदान मिल सके। मैं सभी सांसदों से यही आग्रह करूंगा कि गहन चिंतन और उत्तम चर्चा करें ताकि सदन को हम अधिक से अधिक सार्थक तथा उपयोगी बना सकें।
ये सत्र बहुत महत्वपूर्ण है और इसलिए भी महत्वपूर्ण हैं क्योंकि इसी समय राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति पद के चुनाव हो रहे हैं। आज मतदान भी हो रहा है और इसी कालखंड में देश को नए राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति मिलेंगे: संसद पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, दिल्ली #MonsoonSession pic.twitter.com/sktkbUx246
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 18, 2022
बता दें कि आज से संसद का मानसून सत्र शुरू होने जा रहा है। 12 अगस्त तक चलने वाले इस सत्र में संसद की 18 बैठकें होंगी। इस सत्र के दौरान सरकार 32 बिल सूचीबद्ध करवाए हैं, इनमें से 24 नए बिल होंगे। फिलहाल संसद में 35 बिल पेंडिंग हैं, जिनमें से 8 बिलों को सरकार ने फिर से विचार के लिए लाएगी।