OTP से उड़ गया आपके अकाउंट से पैसा, क्या Bank की भी है कोई लापरवाही? जानिए कैसे मिलेंगे पैसे वापस!
punjabkesari.in Wednesday, Jan 15, 2025 - 11:33 AM (IST)
नेशनल डेस्क। आजकल साइबर अपराधी ओटीपी (One Time Password) का इस्तेमाल करके लोगों से ठगी करते हैं। यह अपराधी ओटीपी हासिल करने के बाद बैंक अकाउंट से पैसे निकाल लेते हैं। इस तरह की धोखाधड़ी में सवाल यह उठता है कि क्या इसमें सिर्फ खाताधारक की गलती होती है या फिर बैंक की भी कोई जिम्मेदारी बनती है? वहीं मशहूर साइबर क्राइम एक्सपर्ट अमित दुबे ने बताया कि ऐसे मामलों में पैसे कैसे वापस मिल सकते हैं।
क्या बैंक की भी लापरवाही है?
अमित दुबे के अनुसार जब साइबर अपराधी ओटीपी के जरिए ठगी करते हैं तो सबसे पहले बैंक की तरफ से डेटा ब्रीच (जानकारी की चोरी) होती है। अपराधियों के पास पहले से लोगों की निजी जानकारी होती है जिससे ठगी करना आसान हो जाता है।
दुबे ने बताया कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की गाइडलाइन के मुताबिक अगर बैंक की लापरवाही के कारण ऐसा होता है तो बैंक को इसका जिम्मेदार ठहराया जाएगा और वह खाताधारक को पैसा वापस करेगा।
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COVID के बाद बढ़े साइबर फ्रॉड के मामले
साइबर क्राइम के मामलों में पिछले कुछ सालों में काफी बढ़ोतरी हुई है। अमित दुबे ने NCRB के आंकड़े देते हुए बताया कि कोविड से पहले रोजाना 500-700 साइबर क्राइम के मामले दर्ज होते थे लेकिन अब यह संख्या बढ़कर 30,000 से 40,000 तक पहुंच गई है। इसका मतलब है कि साइबर अपराधियों का नेटवर्क तेजी से फैल रहा है और लोग इसके शिकार हो रहे हैं।
पैसा वापस मिलने की संभावना
अगर आपके साथ साइबर ठगी हुई है तो सबसे पहले आपको तुरंत शिकायत दर्ज करनी चाहिए। हालांकि साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज करने के बाद भी 99 फीसदी मामलों में पैसा वापस नहीं आता है।
दुबे ने बताया कि यदि आप ठगी के आधे घंटे या 1 घंटे के भीतर शिकायत करते हैं तो आपके पैसे वापस मिलने के चांस बढ़ जाते हैं। इसके लिए आप 1930 साइबर क्राइम हेल्पलाइन पर कॉल कर सकते हैं या cybercrime.gov.in पोर्टल पर शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
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साइबर क्राइम हेल्पलाइन की मदद
गृह मंत्रालय की साइबर क्राइम हेल्पलाइन 48 घंटे तक किसी भी संदिग्ध बैंक अकाउंट को फ्रीज कर सकती है। इससे ठगी किए गए पैसे को ब्लॉक किया जा सकता है जिससे पैसे वापस मिलने की संभावना बनी रहती है।
बैंक फ्रॉड होने पर क्या करें?
अगर कोई व्यक्ति आपके बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कर रहा है तो आपको कुछ भी करने की जरूरत नहीं है। साइबर अपराधी अक्सर आपको फिशिंग लिंक भेजते हैं जिसपर क्लिक करने से आपका अकाउंट हैक हो सकता है। इसलिए किसी भी लिंक पर क्लिक करने से बचें और हमेशा सावधान रहें।
साथ ही बच्चों को ऑनलाइन गेम खेलते समय विशेष ध्यान रखना चाहिए क्योंकि वे भी साइबर ठगी का शिकार हो सकते हैं। साइबर हैकर्स बच्चों के जरिए भी स्कैम करने का प्रयास करते हैं।
जागरूकता है जरूरी
वहीं अमित दुबे का कहना है कि साइबर क्राइम में लगातार बढ़ोतरी हो रही है और इसका शिकार होने से बचने के लिए जागरूक रहना जरूरी है। अगर आप ठगी का शिकार हो गए हैं तो जल्दी से जल्दी शिकायत दर्ज करें और सही कदम उठाएं ताकि आप अपना पैसा वापस पा सकें।