ब्लू व्हेल के बाद अब एक और जानलेवा गेम साबित हो रही ‘मोमो चैलेंज’
Monday, Jan 14, 2019 - 05:29 AM (IST)
नई दिल्ली/जालंधर: ब्लू व्हेल के बाद अब बच्चों के लिए व्हाट्सएप गेम ‘मोमो चैलेंज’ जानलेवा साबित हो रही है। इस खतरनाक खेल से भारत में पहली मौत की खबर पिछले साल राजस्थान के अजमेर में सामने आई थी, जहां मोमो गेम के चक्कर में 10वीं क्लास की एक छात्रा ने आत्महत्या कर ली थी। खबर के मुताबिक छात्रा ने जन्मदिन के 3 दिन बाद हाथों की नस काटी और फिर फंदा लगाकर जान दे दी। छात्रा के मोबाइल की ब्राऊजर हिस्ट्री, मोमो चैलेंज गेम के नियम और शरीर पर बने निशान से जांच एजैंसियों का ध्यान इस तरफ गया था।
राजस्थान के बाद अब पंजाब में साइबर क्राइम सैल ने राज्यभर के उप आयुक्तों, जिला पुलिस प्रमुखों को एडवाइजरी जारी कर बच्चों के अभिभावकों को इस गेम के बारे में सचेत करने को कहा है। साइबर क्राइम की तरफ से यह एडवाइजरी पिछले साल पटियाला की एक युवती के भाखड़ा नहर में कूद कर जान देने के बाद हुई जांच में सामने आए तथ्यों के आधार पर की गई है। उक्त युवती के खुदकुशी करने के मामले में मोबाइल फुटेज से साइबर क्राइम के सामने कुछ इसी तरह के तथ्य आने के बाद इस पर आशंका जाहिर की गई है। ऐसी ही एडवाइजरी पंजाब सहित हिमाचल प्रदेश और दूसरे राज्यों में जारी की गई है।
क्या है मोमो चैलेंज
दरअसल, यह एक व्हाट्सएप आधारित ‘खूनी खेल’ है। ब्लू व्हेल गेम की तरह इसमें भी खतरनाक टास्क मिलता है। सोशल मीडिया पर जापान के एरिया कोड वाला नंबर वायरल होता है। व्हाट्सएप पर कांटैक्ट नंबर सेव करने पर एक डरावनी तस्वीर, जिसकी दो बड़ी-बड़ी गोल आंखें हैं जो हल्के पीले रंग की दिखती हैं, एक डरावनी-सी मुस्कान और टेढ़ी-मेढ़ी नाक वाली फोटो सहित अचानक किसी अनजान नंबर से मैसेज आता है।
मीडिया रिपोट्स के मुताबिक मोमो की प्रोफाइल सबसे पहले लोगों को फेसबुक पर दिखी। प्रोफाइल में लगी तस्वीर का चेहरा 2016 में जापान के संग्रहालय में प्रदर्शित एक मूर्ति से मिलता है। दिलो-दिमाग में खौफ पैदा करने वाली मोमो चैलेंज गेम एक कॉन्सिपिरैंसी थ्योरी पर आधारित है।
खतरनाक क्यों?
भारत ही नहीं अमरीका, अर्जेंटीना, फ्रांस, जर्मनी आदि देशों में भी यह खूनी खेल अपनी दहशत फैला चुका है। इसकी दस्तक भारत में भी पहुंच चुकी है। मैक्सिको की क्राइम इन्वैस्टीगेशन यूनिट के मुताबिक, अगर आप अनजान नंबर से आए मैसेज पर मोमो से बात करते हैं तो आपको 5 तरह के खतरे हो सकते हैं।
1.निजी जानकारी का सार्वजनिक होना
2.आत्महत्या या हिंसा के लिए उकसाना
3.धमकाना
4.उगाही करना
5.शारीरिक और मनोवैज्ञानिक तनाव पैदा करना
ऐसे बचाएं बच्चों को
खतरनाक खेल के जाल में बच्चे आसानी से फंस जाते हैं। ऐसे में मां-बाप को विशेष ध्यान देने की जरूरत है। मां-बाप कुछ सावधानियां बरत कर अपने बच्चों को इस खेल के चक्कर में फंसने से रोक सकते हैं-
1. सोशल मीडिया अकाऊंट पर बच्चे की गतिविधियों पर नजर रखें, वे क्या लिख रहे हैं, क्या पोस्ट कर रहे हैं, इसे नियमित रूप से चैक करें।
2. ध्यान रखें कि अपने और बच्चों के मोबाइल कॉन्टैक्ट्स लिस्ट में परिचितों के ही नंबर हों। फोन में पैटर्न लॉक की सुविधा भी रखें।
4. बच्चे अगर गुमसुम, उदास नजर आएं या फिर उनके व्यवहार में असामान्य परिवर्तन हों तो उनकी अतिरिक्त देखभाल करें।