मोइन कुरैशीः वो शख्स जिसने करा दी CBI के नंबर 1 और नंबर 2 अफसरों की छुट्टी

Thursday, Oct 25, 2018 - 09:57 AM (IST)

नई दिल्ली: देहरादून के दून स्कूल से पढ़े मीट कारोबारी मोइन कुरैशी के रिश्ते देश के हाई प्रोफाइल लोगों से हैं। वह इस समय जमानत पर है, लेकिन उससे जुड़े मामले ने देश की सर्वोच्च जांच एजेंसी सी.बी.आई. के नंबर एक और नंबर दो अफसर आलोक वर्मा और राकेश अस्थाना की छुट्टी करा दी। वैसे, मोइन कुरैशी के मामले की जांच की आंच पहले भी सी.बी.आई. चीफ को झुलसा चुकी है। इनमें सी.बी.आई. चीफ रहे रंजीत सिन्हा और ए.पी. सिंह शामिल हैं। ए.पी. सिंह के दिल्ली के डिफेंस कॉलोनी वाले घर सी-134 से मोइन अपनी कंपनी चला रहा था। 19 जून 2014 को आयकर विभाग ने ए.पी. सिंह और उनकी पत्नी शबनम सिंह को नोटिस जारी करके उनके व्यक्तिगत लेन-देन का ब्योरा मांगा था।

कौन है मोइन कुरैशी
उत्तर प्रदेश के कानपुर से संबंध रखने वाले मोइन अख्तर कुरैशी ने 1993 में रामपुर में एक छोटा-सा बूचड़खाना खोला था और जल्द ही वह देश का सबसे बड़ा मांस कारोबारी बन गया। पिछले 25 सालों में उसने निर्माण और फैशन समेत कई सेक्टरों में 25 से ज्यादा कंपनियां खड़ी कर लीं। उसके खिलाफ कर चोरी, मनी लॉन्ड्रिंग और भ्रष्टाचार में शामिल होने के कई आरोप लगे और जांच हुई। उस पर सीबीआई अफसरों, राजनेताओं समेत कई अधिकारियों को रिश्वत देने के भी आरोप हैं।

2014 में आया चर्चा में 
कुरैशी का नाम सबसे पहले 2014 में चर्चा में आया था। तब खबर थी कि वह 15 महीनों में करीब 70 बार तत्कालीन सीबीआई चीफ रंजीत सिन्हा के घर गया था। इस खबर के बाद रंजीत सिन्हा भी काफी सुर्खियों में रहे थे। हैदराबाद के बिजनेसमैन सतीश बाबू सना ने हाल ही में ईडी को बताया था कि उसने पिछले साल सिन्हा के जरिए एक सीबीआई केस में फंसे अपने दोस्त को जमानत दिलाने के लिए 1 करोड़ रुपए कुरैशी को दिए थे। इस आरोप के बाद सिन्हा को सुप्रीम कोर्ट से फटकार भी लगी थी। सिन्हा 2012 से 2014 तक सीबीआई के चीफ रहे और अपने ऊपर लगे आरोपों को नकारते रहे।

अस्थाना की बेटी की शादी में सब कुछ था ‘कॉम्पलिमेंटरी’! 
सी.बी.आई. के विशेष निदेशक राकेश अस्थाना के जांच से जुड़े दस्तावेजों के मुताबिक, अस्थाना की बेटी की 25 नवंबर 2016 को हुई। शाही शादी में वैन्यू से लेकर कैटरिंग तक सभी सुविधाएं ‘कॉम्पलिमैंटरी’ (मुफ्त में) थीं। 

Seema Sharma

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